‘सबका साथ, सबका विकास’ के दावे की सच्चाई आंकड़े मोदी सरकार की नाकामी बयान कर रहे हैं. जनता के पास ‘विकास पुरुष’ के प्रति आस्था के अलावा और कुछ नहीं है. 21/05/2017