हिंदी के टूटने से देश की भाषिक व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो जाएगी हमें भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय अस्मिता को अक्षुण्ण रखना है तो हिंदी को टूटने से बचाना होगा और कोई दूसरा विकल्प नहीं है. 27/07/2017