दशक भर पहले गुड़गांव के मानेसर स्थित मारुति फैक्ट्री में प्रबंधन और मज़दूरों के बीच हिंसक हुए विवाद में एक अधिकारी की मौत हो गई थी. इसके बाद करीब ढाई हज़ार मज़दूरों को मनमाने तरीके से नौकरी से निकाल दिया गया था. वे आज तक नौकरी बहाल किए जाने की मांग कर रहे हैं.
मुट्ठी भर छात्रों की दोबारा परीक्षा को 24 लाख बच्चों के भीतर पैदा हुए संदेह का समाधान नहीं माना जा सकता. दोबारा परीक्षा कराना शायद व्यावहारिक न हो, लेकिन यही एकमात्र तरीका है कि हम इन अभ्यर्थियों को यह विश्वास दिला सकें कि देश उनकी मेहनत, लगन और ईमानदारी की इज़्ज़त करता है.