महाकुंभ: गंगा में गिरता सीवर का पानी करोड़ों लोगों की आस्था से खिलवाड़ है

सीपीसीबी की रिपोर्ट से ज़ाहिर होता है कि गंगा-यमुना सीवर बन चुकी हैं. उनमें फेकल कोलीफॉर्म यानी इंसानों के मल में पाए जाने वाले बैक्टीरिया की तादाद औसत से ज़्यादा पाई गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पानी नहाने लायक नहीं है. वहीं विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस रिपोर्ट को ‘महाकुंभ को बदनाम करने वाला प्रचार’ बताते हुए कहा कि संगम का जल न केवल स्नान बल्कि आचमन के लिए भी उपयुक्त है.