यूपीकोका जैसे क़ानून ग़रीब, वंचित और अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करते हैं

उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध पर रोकथाम के लिए यूपीकोका जैसे क़ानून नहीं बल्कि जेल, पुलिस व्यवस्था और न्यायपालिका में बदलाव की ज़रूरत है.

हाशिमपुरा नरसंहार की कहानी, तत्कालीन पुलिस अधिकारी की ज़ुबानी

चारों तरफ़ ख़ून के धब्बे बिखरे थे. नहर की पटरी, झाड़ियों और पानी के अंदर ताज़ा जख़्मों वाले शव पड़े थे. समझ में सिर्फ़ इतना आया कि इन शवों और रास्ते में दिखे पीएसी की ट्रक में कोई संबंध ज़रूर है.