देश के अलग-अलग हिस्सों से जीएसटी का विरोध करने के लिए दिल्ली के चांदनी चौक में जुटे व्यापारियों से बातचीत.
जन गण मन की बात की 71वीं कड़ी में विनोद दुआ राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और दार्जिलिंग में जारी तनाव पर पर चर्चा कर रहे हैं.
पत्रकारों के लिए जस्टिस मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफ़ारिश और सुप्रीम कोर्ट के हालिया निर्णय को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण से बातचीत.
मीडिया बोल की दूसरी कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, हिंदुस्तान टाइम्स के राजनीतिक संपादक विनोद शर्मा और नेपाल वन टीवी की मैनेजिंग एडीटर व वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह के साथ मीडिया की आज़ादी पर चर्चा कर रहे हैं.
सहारनपुर हिंसा के बाद चर्चा में आई भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर की मां और दलित समाज के युवकों ने अपनी आपबीती साझा की है.
जन गण मन की बात की 70वीं कड़ी में विनोद दुआ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल की चर्चा कर रहे हैं.
जन गण मन की बात की 69वीं कड़ी में विनोद दुआ लखनऊ विश्वविद्यालय में योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के विरोध में छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन और सुगम्य भारत अभियान पर चर्चा कर रहे हैं.
जन गण मन की बात की 68वीं कड़ी में विनोद दुआ किसानों पर नोटबंदी के असर और आधार व पैन कार्ड से जुड़े अदालत के फैसले पर चर्चा कर रहे हैं.
किसान आंदोलन के दौरान मध्य प्रदेश के मंदसौर में हुई पुलिस फायरिंग में ज़िले के टकरावत गांव में रहने वाले बबलू पाटीदार की मौत हो गई थी. उनके परिवारवालों से बातचीत.
जन गण मन की बात की 67वीं कड़ी में विनोद दुआ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा गांधी को चतुर बनिया बताए जाने और नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर पड़े दुष्प्रभाव पर चर्चा कर रहे हैं.
मीडिया बोल की पहली कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी के मीडिया सलाहकार रहे अशोक टंडन के साथ प्रेस की स्वतंत्रता पर चर्चा कर रहे हैं.
‘जन गण मन की बात’ कार्यक्रम के बाद द वायर आपके लिए लेकर आ रहा है एक नया वीडियो कार्यक्रम ‘मीडिया बोल’. हर सोमवार शाम सात बजे प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश मीडिया और उससे जुड़े मसलों पर चर्चा करेंगे.
जन गण मन की बात की 66वीं कड़ी में विनोद दुआ ‘जय जवान, जय किसान’ और बीफ़ विवाद पर चर्चा कर रहे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम के लिए साल 2017 के रेडइंक अवॉर्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट से सम्मानित किया गया है.
‘किसानों के छोटे क़र्ज़ से दिक्कत है, उन उद्योगपतियों से नहीं जो हज़ारों करोड़ का लोन डकार जाते हैं’
कृषि, रोज़गार और महंगाई समेत दूसरे आर्थिक मसलों पर द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु से अमित सिंह की बातचीत.