अ सूटेबल बॉय: मुहब्बत और बदलते वक़्त की सुरीली दास्तान

वीडियो: हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई ‘अ सूटेबल बॉय’ छह एपिसोड की एक बीबीसी टेलीविज़न ड्रामा मिनिसीरिज़ है, जिसे मीरा नायर ने डायरेक्ट किया है. ये वेब सीरिज़ इसी नाम से 1993 में आए विक्रम सेठ के उपन्यास पर आधारित है.

हमारी सरकार ने बिहार के लोगों का गौरव बढ़ाया है: भाजपा प्रवक्ता

वीडियो: बिहार चुनाव के मद्देनज़र मौजूदा एनडीए सरकार में हिस्सेदार भाजपा के प्रवक्ता विनोद शर्मा से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

डोम जाति के लिए मरघट बन गया है बिहार, बुनियादी सुविधाओं से हैं कोसों दूर

वीडियो: डोम समुदाय बिहार और देश के सबसे पिछड़े समुदायों में से एक है. पूर्वी चंपारण ज़िले की ढाका विधानसभा के रहने वाले ऐसे ही कुछ लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में मीना कोटवाल ने बात की.

क्या अमेरिकी चुनाव में ट्रंप हार रहे हैं?

वीडियो: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर एमर्सन कॉलेज, बोस्टन में पत्रकारिता की विज़िटिंग प्रोफेसर बीना सरवर, हार्वर्ड कैनेडी स्कूल से वरिष्ठ पत्रकार अविनाश कल्ला और सूरज येंगड़े से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

बिहार चुनाव: कितनी रिपोर्टिंग-कितना प्रोपगेंडा!

मीडिया बोल: बिहार में मतदान का दूसरा चरण मंगलवार को संपन्न हो गया. मीडिया में राज्य के मुद्दों और लोगों के सरोकारों की अभिव्यक्ति किस तरह हो रही है? मीडिया बोल की इस कड़ी में टाइम्स ऑफ इंडिया पटना के पूर्व रेज़िडेंट एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता निवेदिता झा के साथ वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश की बातचीत.

कोरोना, बाढ़, बेरोज़गारी: बिहार के इस गांव से नीतीश की बेरुख़ी

वीडियो: बाढ़ बिहार की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है. इसके बावजूद बिहार के लोगों को इस समस्या से बाहर निकालने के लिए किसी भी सरकार द्वारा पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए हैं. द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा खानम शेरवानी की सारण ज़िले कुछ गांवों में लोगों से बातचीत.

बिहार चुनाव फेज़-2: क्या तेजस्वी तय है?

वीडियो: बिहार विधानसभा चुनाव पर द वायर के पोलिटिकल अफ़ेयर्स एडिटर अजय आशीर्वाद, वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह और पत्रकार एवं लेखक नलिन वर्मा के साथ द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

सौ साल बाद भी महिला लेखन की चुनौतियां क्या हैं

वीडियो: जब कभी कोई पुरुष कलम उठाता है तो मान लिया जाता है कि उस कलम से जो भी लिखेगा, वह साहित्य समाज का दर्पण कहलाएगा, लेकिन जब कोई महिला कलम उठाती है, तब ऐसा नहीं होता. महिला लेखन की चुनौतियों पर प्रकाशक मीरा जौहरी और कथाकार गीताश्री से दामिनी यादव की बातचीत.

किसको वोट दे रहा है बिहार का मुस्लिम मतदाता?

वीडियो: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम सवाल हैं. क्या बिहार का वोटर जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखकर वोट डालेगा या विकास के मुद्दे पर. बिहार में सबसे बड़ा धार्मिक अल्पसंख्यक वर्ग यानी कि मुसलमान किसे वोट देंगे? इन्हीं सवालों पर कुछ विशेषज्ञों के साथ चर्चा कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.

क्यों लालू यादव के शासन को ‘जंगलराज’ कहना ग़लत है!

​वीडियो: बिहार में लालू प्रसाद यादव के 15 साल के शासन काल पर वरिष्ठ पत्रकार सतीश के. सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. रतन लाल और जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रो. रिज़वान क़ैसर से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

बिहार क्या इस दलदल से निकल पाएगा?

वीडियो: बिहार विधानसभा चुनावों पर मुज़फ़्फ़रपुर से स्वतंत्र पत्रकार सौरभ कुमार, चुनाव विश्लेषक आशीष रंजन और दिल्ली विश्वविद्यालय में पत्रकारिता के छात्र नील माधव से प्रो. अपूर्वानंद की बातचीत.

बिहार के बेरोज़गार युवा चाहते हैं सत्ता परिवर्तन

वीडियो: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो चुका है. राज्य में बेरोज़गारी एक प्रमुख मुद्दा है. इस मुद्दे पर सारण के युवाओं से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

बिहार चुनाव में कौन जीत रहा है?

वीडियो: बिहार में जहां अक्सर जातिगत आधार पर वोटिंग होती रही है, वहां लोग क्या इस बार भी इसी आधार पर वोट देंगे या फिर ये चुनाव सामाजिक परिवर्तन की नींव रखेंगे? वरिष्ठ पत्रकार सत्येंद्र रंजन और अशोक मिश्रा से द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.

नरेंद्र मोदी की पटना रैली में शामिल लोगों ने क्या कहा

वीडियो: बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना शहर में एक सभा को संबोधित किया. रैली में भाग लेने वाले लोगों से द वायर की बातचीत.

चुनाव से पहले बिहार में तेज़ हुईं ‘नीतीश हटाओ’ की आवाज़ें

वीडियो: बिहार में चुनावी सर्वे की भविष्यवाणी के उलट ज़मीन पर हालात अलग नज़र आ रहे हैं. एक ओर तेजस्वी यादव की रैलियों में युवाओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है, वहीं युवाओं में नए चेहरे को मौक़ा देने की बात साफ़ देखी जा सकती है. द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की लोगों से बातचीत.

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