‘आरसीईपी समझौते से करोड़ों दूध उत्पादक किसान बर्बाद हो जाएंगे’

साक्षात्कार: क़रीब 250 किसान संगठनों के सबसे बड़े मोर्चे अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेसीसी) ने आरसीईपी (क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी) व्यापार संधि के ख़िलाफ़ चार नवंबर को देश भर में मार्च निकालने की घोषणा की है. संगठन के संयोजक वीएम सिंह से बातचीत.

वॉट्सऐप जासूसी: क्या है मामला, किसके फोन पर रखी गई थी नज़र

वीडियो: वॉट्सऐप ने हाल ही में बताया कि आम चुनाव के दौरान भारत के कम से कम दो दर्जन शिक्षाविदों, वकीलों, दलित कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के फोन एक अत्याधुनिक इजरायली सॉफ्टवेयर की निगरानी में थे. इस बारे में बता रहे हैं द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन.

मीडिया बोल: कश्मीर में सरकार की पसंद का विदेशी प्रतिनिधिमंडल और मीडिया

अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार 27 यूरोपीय सांसदों का दल जम्मू कश्मीर के दौरे पर है, जबकि अब तक किसी भी विदेशी पत्रकार, अधिकारी या नेता को वहां जाने की अनुमति नहीं दी गई है. मीडिया बोल की इस कड़ी में उर्मिलेश इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष और द हिंदू की पॉलिटिकल एडिटर पूर्णिमा जोशी से चर्चा कर रहे हैं.

क्या मुसलमान, मुसलमान की तरह बोल सकता है?

वीडियो: उत्तर प्रदेश में हिंदुत्ववादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर मुसलमानों की आलोचना की गई. इस मुद्दे पर जेएनयू के पूर्व छात्र और कार्यकर्ता उमर ख़ालिद के साथ प्रोफेसर अपूर्वानंद की बातचीत.

कश्मीर की दिवाली अंधेरी क्यों?

वीडियो: जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा हटाने के बाद वहां लागू प्रतिबंधों की वजह से लोग न तो ठीक से ईद मना पाए और न ही दिवाली. इस मुद्दे पर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.

कमलेश तिवारी हत्याकांड: पत्नी और मां के बयानों में विरोधाभास क्यों?

वीडियो: बीते 18 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी. कमलेश की पत्नी और मां के अलग-अलग बयानों ने मामले को और उलझा दिया है.

क्या इतिहास नफ़रत का हथियार है?

वीडियो: इतिहास की गलत तरीके से व्याख्या करने के मुद्दे पर शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता राम पुनियानी से दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद की बातचीत.

हरियाणा में खट्टर से जनता नाख़ुश, फिर भी क्यों भाजपा का पलड़ा भारी?

वीडियो: हरियाणा में आगामी 21 तारीख को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. भिवानी के लोग चुनाव के मद्देनज़र क्या राय रखते हैं, क्या हैं उनके मुद्दे और चिंताएं? द वायर के अविचल दुबे की भिवानी के आम लोगों से बातचीत.

साल 2016 के जाट आरक्षण आंदोलन का हरियाणा विधानसभा चुनाव पर क्या असर होगा?

वीडियो: हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. द वायर के गौरव विवेक भटनागर बता रहे हैं कि साल 2016 में हुए जाट आरक्षण आंदोलन का इस चुनाव में क्या असर होगा.

अयोध्या मुद्दे पर सुनवाई ख़त्म, फैसला नवंबर में

वीडियो: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट में बीते बुधवार को सुनवाई पूरी हो गई. सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला नवंबर में सुनाएगा. इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की वक़ील अवनि बंसल और द वायर के संस्थापक सम्पादक से चर्चा कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.

सुधा भारद्वाज की ज़मानत रद्द: आदिवासियों की वकालत राजद्रोह?

वीडियो: सामाजिक कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा और वर्णन गोंसाल्विस को जनवरी 2018 में महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा के संबंध में माओवादियों से कथित संबंध होने के आरोप में 28 अगस्त 2018 को गिरफ़्तार किया गया था. इस मामले पर चर्चा कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.

क्या मुस्लिम लड़कियों को तालीम के नाम पर ग़ुलाम बनाने की कोशिश की गई है?

वीडियो: मुस्लिम लड़कियों को लड़कों से अलग शिक्षा दिए जाने के सवाल उठने पर चंद मुस्लिम महिलाओं की सफलता की मिसाल दी जाती है, लेकिन क्या एक आम घर की मुस्लिम लड़की को शिक्षा का वही अधिकार और माहौल मिलता है, जिसके दावे किए जाते हैं?

‘पीएमसी बैंक को जमाकर्ताओं के पैसे की तुरंत वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए’

गुरुवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मुंबई में भाजपा कार्यालय के बाहर पीएमसी बैंक के नाराज़ उपभोक्ताओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि वे पीएमसी बैंक के उपभोक्ताओं की परेशानी को देखते हुए रिज़र्व बैंक के गवर्नर से बात करेंगी. इस मुद्दे पर द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु का नज़रिया.

राजोआना को फांसी से राहत और राजकीय क्षमा पर कुछ विचार

वीडियो: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्या के दोषी बलवंत सिंह राजोआना को मिली फांसी की सज़ा उम्रक़ैद में बदल दी गई है. इस मुद्दे पर प्रो. अपूर्वानंद का नज़रिया.

सीआरपीएफ की खुशबू चौहान का वायरल भाषण है संविधान का अपमान

सीआरपीएफ की कॉन्स्टेबल खुशबू चौहान के मानवाधिकार पर दिए गए आपत्तिजनक भाषण को लेकर सोशल मीडिया का बाज़ार गरम है. इस भाषण पर द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी का नज़रिया.

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