प्रख्यात शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता राम पुनियानी ने बताया कि शनिवार 9 मार्च को ख़ुद को सीआईडी से बताने वाले तीन लोग उनके घर आए और पासपोर्ट आवेदन के बहाने परिवार से जुड़ी जानकारियां मांगी. महाराष्ट्र सीआईडी ने कहा, नहीं की किसी तरह की छानबीन.
सड़क से संसद की इस कड़ी में कहानी नूह गांव के मेव मुसलमानों की. नीति आयोग द्वारा जारी देश के सबसे पिछड़े 101 ज़िलों की सूची में यह हिस्सा भी आता है. यहां के रहवासी ग़रीबी, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं की कमी के साथ सांप्रदायिकता से भी लड़ रहे हैं. वर्तमान सत्ता से नाराज़ ये लोग उम्मीद करते हैं कि इस बार क्षेत्र से आम चुनाव में खड़े हो रहे उम्मीदवार उनके मुद्दों को गंभीरता से उठाएंगे.
मेडिकल जर्नल द लैंसेट ने ऐसे कुछ तौर-तरीकों की सूची तैयार की है, जिनसे कैंसर के इलाज के दौरान बचा जाना चाहिए.
कम्प्यूटर बाबा समेत पांच संतों को राज्य मंत्री का दर्जा दिए जाने के मध्य प्रदेश की पूर्ववर्ती शिवराज चौहान सरकार के फैसले की कांग्रेस ने की थी आलोचना.
उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले का मामला. पुलिस ने बताया कि ऑनर किलिंग का मामला है. चचेरे भाई से अवैध संबंधों के चलते की गई महिला की हत्या. मृतक महिला का नाम उसके पति की हत्या में सामने आया था.
सत्तारूढ़ एमएनएफ ने चुनाव से पहले सरकार बनने पर पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था. 20 मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र में पेश होगा विधेयक.
वीडियो: अंतरराष्ट्रीय श्रमजीवी महिला दिवस के अवसर पर अलग-अलग क्षेत्रों में सक्रिय महिलाएं बता रहीं हैं कि उनके लिए इस दिन का क्या मतलब है. बीते साल आए विभिन्न कोर्ट के फ़ैसलों को और महिला आंदोलनों को नारीवाद की दृष्टि से कैसे देखा जा सकता है.
भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ़्तारी के सात महीने बाद सुधा भारद्वाज को हार्वर्ड लॉ स्कूल की एक पोर्ट्रेट एक्ज़िबिट में जगह मिली है. कॉलेज द्वारा यह सम्मान दुनिया भर से क़ानून के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाली महिलाओं को दिया जाता है.
भारत में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध पर लंबे समय से रिपोर्टिंग और बलात्कार की घटनाओं पर ‘नो नेशन फॉर वीमेन’ किताब लिखने वाली पत्रकार और लेखक प्रियंका दुबे से मीनाक्षी तिवारी की बातचीत.
द वायर की वीडियो सीरीज़ 'सड़क से संसद- मेरा वोट मेरी बात' की इस कड़ी में पूर्वी दिल्ली के गाज़ीपुर से वहां के लोगों की कहानी.
अंतरराष्ट्रीय श्रमजीवी महिला दिवस के इतिहास को देखा जाए तो 100 साल पहले मज़दूर महिलाएं काम के घंटे कम करवाने, बराबर वेतन पाने और वोटिंग करने के अधिकार को लेकर लड़ाई लड़ रहीं थी पर आज जिस तरह से महिला दिवस मनाया जा रहा है वो उसके उलट है.
आम महिलाओं के रोज़मर्रा का संघर्ष महिला सशक्तिकरण की कहानियों में जगह क्यों नहीं बना पाता?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर एक समारोह में सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने कहा कि वे मौजूदा आरक्षण व्यवस्था को ठीक नहीं मानतीं, इसके चलते उन्हें कई बार अप्रिय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा.
गंगा के लिए काम करने वाले मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह से धीरज मिश्रा की बातचीत.
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंडिया के अनुसार, सितंबर 2015 से अब तक कथित रूप से हुए घृणा-आधारित अपराधों के कुल 721 मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक बड़ी संख्या दलितों और मुसलमानों के ख़िलाफ़ हुए अपराधों की है.