कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नैथली ड्रोइन ने संसदीय समिति को बताया कि वाशिंगटन पोस्ट से मामले की पृष्ठभूमि पर बात करना मीडिया रणनीति का हिस्सा था ताकि भारत सरकार की तरफ से फैलाई जा रही ग़लत जानकारी का मुकाबला किया जा सके.
पिछले बरस जून में कनाडा में ख़ालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी. यह उस वक़्त हुई अकेली ऐसी घटना नहीं थी. 45 दिनों के अंतराल में तीन अलग-अलग देशों में तीन ख़ालिस्तानी नेताओं की मौत हुई थी. इस दौरान, भारतीय दक्षिणपंथ ने इन हत्याओं का जश्न मनाना शुरू कर दिया था.
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सीमा संबंधी मुद्दों पर चीन और भारत के बीच हाल ही में हुए समाधानों के अनुसार चीनी और भारतीय सैनिक इस काम में लगे हुए हैं. इस बीच, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दोनों देशों के बीच संबंधों के सामान्य होने में कुछ और समय लगने की बात कही है.
रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस के कमिश्नर माइक ड्यूहेम ने स्थानीय मीडिया से बातचीत में दावा किया है कि उनके पास ठोस सबूत हैं कि कनाडा में हिंसा फैलाने में भारत सरकार के ‘उच्चतम’ अधिकारी शामिल हैं.
बीते दिनों भारत के विदेश सचिव ने भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर जारी विवाद में समझौता होने की बात कही थी, जिस पर विदेश मामलों की संसदीय समिति की बैठक में विदेश सचिव से पूछा गया कि दोनों देशों की तरफ से समझौते को लेकर संयुक्त बयान सामने क्यों नहीं आया है.
भारत के समाजवादियों का इज़रायल प्रेम 1948 में उसके गठन के वक़्त से ही शुरू हो गया था. इज़रायल का दौरा करने और कई-कई हफ़्तों तक इसकी मेज़बानी उठाने वालों में भारत के शीर्ष समाजवादी नेताओं में जयप्रकाश नारायण, जेबी कृपलानी, राममनोहर लोहिया, हरि विष्णु कामथ, कर्पूरी ठाकुर, जॉर्ज फर्नांडीस, मधु दंडवते, अनुसुईया लिमये जैसे नाम शामिल थे.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने से ठीक पहले भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पिछले कई हफ्तों से भारतीय और चीनी राजनयिक तथा सैन्य वार्ताकार विभिन्न मंचों पर एक-दूसरे के निकट संपर्क में हैं. इन वार्ताओं के चलते भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में एलएसी पर गश्त व्यवस्था को लेकर एक समझौता हुआ है.
कनाडा में भारत के उच्चायुक्त रहे संजय कुमार वर्मा ने कहा है कि उनकी और उनके निर्वासित साथियों की जगह किन्हीं अन्य की नियुक्ति का निर्णय दोनों सरकारों के बीच चर्चा के बाद लिया जाएगा.
विकास यादव को पिछले साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस ने अपहरण और जबरन वसूली के एक आरोप में गिरफ़्तार किया था. इस मामले का प्रभाव यह होगा कि यादव के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिकी अनुरोध को इस प्रकरण पर अंतिम फैसला आने तक रोक दिया जाएगा. इस प्रक्रिया में वर्षों लग सकते हैं.
अमेरिकी न्याय विभाग ने विकास यादव को एक भारतीय सरकारी अधिकारी बताते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश रची थी. जब द वायर विकास यादव के दिल्ली के आधिकारिक पते पर पहुंचा तो पता चला कि दिसंबर 2023 के बाद से यादव वहां नहीं आए.
अमेरिका के न्याय विभाग की प्रेस विज्ञप्ति कहती है कि रॉ के पूर्व अधिकारी विकास यादव ने अमेरिका में सिख अलगाववादी आंदोलन के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश रची थी.
खालिस्तान आंदोलन भारत में भले ही बुझ गया हो, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहता है. कनाडा, इंग्लैंड और अमेरिका में बसे सिख प्रवासी खालिस्तान के समर्थन में रैलियां और आंदोलन करते हैं.
भारत और कनाडा के बीच बढ़ते तनाव के बीच कनाडा के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री ने भारत से जुड़े कनाडाई व्यवसायों को आश्वासन दिया है कि ट्रूडो सरकार दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक और आर्थिक संबंधों का समर्थन करना जारी रखेगी.
अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत और कनाडा के गिरते राजनयिक संबंधों के बीच कहा है कि वह भारत को कनाडा के साथ जांच में सहयोग करते देखना चाहता था, लेकिन भारत ने इससे 'अलग रास्ता' चुना.
सेवानिवृत्त भारतीय राजनयिकों ने केंद्रीय गृह मंत्री की ‘ऑपरेशनल मामलों’ में कथित भागीदारी पर आश्चर्य व्यक्त किया है.