पिछले पांच सालों में भाजपा और केंद्र ने कई बार हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की कोशिश की. हर विपक्षी राज्य की तरह झारखंड में भी ईडी, सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियां विपक्ष को घेरने में लगी रहीं. मुख्यमंत्री सोरेन को लोकसभा चुनाव के पहले ऐसे मामले में पांच महीने तक जेल भेजा गया, जिसमें आज तक कोई साक्ष्य नहीं है. इस सबके बीच कैसा रहा सोरेन सरकार का कार्यकाल?
चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि केरल की वायनाड लोकसभा सीट और 14 राज्यों की 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे. वायनाड सीट से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं.
जहां एक तरफ केरल विधानसभा में वक़्फ़ बिल के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पेश हुआ है, वहीं दिल्ली में वक़्फ़ विधेयक पर बनी जेपीसी की बैठक से दो दिनों में दूसरी बार विपक्ष के सांसदों ने वॉकआउट किया. विपक्षी सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का उल्लेख किए जाने पर आपत्ति जताई थी.
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान एक चरण में 20 नवंबर को होगा, जबकि झारखंड में दो चरण में 13 और 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. दोनों राज्यों के परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
आंबेडकर नगर ज़िले के कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ख़ुद उपचुनाव की कमान संभाल रखी है, जिससे उत्साहित उनके समर्थक दावा कर रहे हैं कि इस बार सपा-बसपा आपस में लड़ती रह जाएंगी और वे ‘क से कटेहरी, क से कमल’ कर दिखाएंगे.
महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने सोमवार को मुंबई में प्रवेश करने या बाहर निकलने वाले हल्के मोटर वाहनों और गैर-वाणिज्यिक वाहनों पर लगाए जाने वाले टोल को ख़त्म कर दिया. विपक्ष ने इसे चुनावी कवायद बताते हुए पूछा है कि क्या सरकार इस छूट की भरपाई के लिए भारी वाहनों से अधिक शुल्क लेगी.
बीते 13 अक्टूबर को बहराइच के महाराजगंज इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा में गोपाल मिश्रा नामक एक हिंदू युवक की गोली लगने से मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. सोमवार को गुस्साई और उग्र भीड़ ने मिश्रा की मौत का विरोध किया और दुकानों, वाहनों, एक निजी अस्पताल और अन्य संपत्तियों को आग लगा दी. इस बीच, भाजपा विधायक ने सोशल मीडिया पर मुस्लिम पत्रकारों की एक सूची साझा करते हुए एक और सांप्रदायिक आग भड़का दी.
उत्तर प्रदेश में अयोध्या ज़िले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के आसन्न उपचुनाव में भदरसा कस्बे की एक नाबालिग से कथित गैंगरेप के मामले को दूसरे चुनावी मुद्दों पर हावी करने की कोशिशें ख़त्म होने को ही नहीं आ रहीं, जबकि भदरसा मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा भी नहीं है.
लद्दाख को राज्य का दर्जा, संविधान की छठी अनुसूची के विस्तार और लेह तथा करगिल ज़िलों की अलग लोकसभा सीटों समेत विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों को हिरासत में लेने के संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को लद्दाख भवन के बाहर बैठने की अनुमति नहीं है.
बांद्रा (पश्चिम) से तीन बार विधायक रहे बाबा सिद्दीक़ी हाल ही में कांग्रेस छोड़कर राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार गुट) में शामिल हुए थे. घटना के समय वह अपने बेटे बांद्रा (पूर्व) विधायक ज़ीशान के कार्यालय पर थे.
अक्टूबर 2015 में कानपुर के फजलगंज इलाके में मुहर्रम के जुलूस के दौरान कथित तौर पर एक धार्मिक पोस्टर फाड़े जाने को लेकर सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. मामले के जिन 32 आरोपियों के ख़िलाफ़ केस वापस लेने को कहा गया है, उनका नाम चार्जशीट में है और वे सभी हिंदू समुदाय के हैं.
2017 में एक अभिनेत्री के अपहरण और यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद केरल सरकार ने मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं की समस्याओं पर गौर करने के लिए हेमा समिति का गठन किया था. ये रिपोर्ट दिसंबर 2019 में सरकार को सौंपी गई थी, जिसे करीब पांच सालों बाद जारी किया गया.
पुण्यतिथि विशेष: डॉ. राममनोहर लोहिया के संसदीय जीवन की विडंबना पर जाएं, तो अल्पज्ञात व अचर्चित होने के बावजूद उनमें सबसे बड़ी यह है कि अपने अंतिम दिनों में वे लोकसभा में जिस कन्नौज सीट का प्रतिनिधित्व करते थे, अपने निधन के बाद आए हाईकोर्ट के फैसले में उसे हार गए थे.
बहादुरगढ़ सीट से कांग्रेस के बाग़ी राजेश जून ने निर्दलीय चुनाव जीता है, जबकि भाजपा द्वारा जीती गईं 11 अन्य सीटों पर कांग्रेस के बाग़ी निर्दलीय चुनाव लड़कर दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे.
जम्मू-कश्मीर में 2022 में चुनावी क्षेत्रों के पुनर्निधारण के लिए परिसीमन की प्रक्रिया की गई थी, जिसके बाद जम्मू में विधानसभा सीटों की संख्या 37 से बढ़कर 43 हो गई थी. हालांकि, चुनावी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि भाजपा को इससे कोई ख़ास लाभ नहीं हुआ.