मामला कासगंज का है, जहां 2016 में पारिवारिक रंज़िश में एक 13 वर्षीय नाबालिग को अगवाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. तब आरोपियों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया. मंगलवार को ज़मानत पर बाहर आने के बाद एक आरोपी ने पीड़िता और उसकी मां पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया.
वीडियो: कानपुर में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक डीएसपी सहित उत्तर प्रदेश पुलिस के कम से कम आठ पुलिसकर्मी मारे गए. पुलिस, हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ़्तार करने गई हुई थी, जिसके ख़िलाफ़ क़रीब 60 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
बीते दो जुलाई को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था, जिसमें डिप्टी एसपी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकमियों की मौत हो गई थी.
पुलिस के अनुसार, कानपुर के चौबेपुर थानाक्षेत्र के दिकरू गांव में एक पुलिस दल गुरुवार देर रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ़्तार करने जा रहा था, जब उनका रास्ता बाधित कर पास की छत से अंधाधुंध गोलियां चलाई गईं. घटना में सात लोग घायल भी हुए हैं. दुबे के ख़िलाफ़ क़रीब 60 आपराधिक मामले चल रहे हैं.
एक अन्य मामले में उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में पुलिस ने एक लेखपाल के खिलाफ एक दलित युवती का कथित रूप से अपहरण कर उसके साथ चलती जीप में बलात्कार करने का मामला दर्ज किया है.
महिला ने बीते 10 फरवरी को आरोप लगाया था कि उसके साथ भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी सहित उनके तीन बेटों और तीन भतीजों ने बारी-बारी से बलात्कार किया. पुलिस ने इस मामले में त्रिपाठी के साथ उनके दो बेटों और दो भतीजों को क्लीन चिट दे दी है.
मामला भदोही ज़िले का है. भदोही के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला का आरोप है कि भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने एक बार और उनके भतीजों संदीप तिवारी, सचिन तिवारी, चंद्रभूषण तिवारी, दीपक तिवारी, प्रकाश तिवारी और नीतेश तिवारी ने चार साल तक कई मौकों पर उनसे बलात्कार किया.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि कचहरी परिसर में कुछ लोगों ने बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव संजीव लोधी पर बमों से हमला किया. उनमें से एक बम फटा जबकि बाकी दो में धमाका नहीं हुआ.
पुलिस ने बताया कि 40 वर्षीय रंजीत बच्चन हजरतगंज क्षेत्र में सुबह सैर के लिए निकले थे, तभी अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई. शुरुआती जांच में पारिवारिक रंजिश का मामला सामने आया है. हालांकि पुलिस सभी कोणों से मामले की जांच कर रही है.
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में जुलाई 2019 में जमीनों पर कथित अवैध कब्जे के खिलाफ जब आदिवासियों और ग्रामीणों ने आवाज उठायी थी, तब भूमाफियाओं के साथ हुए खूनी संघर्ष में 11 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में सोनभद्र पुलिस ने 65 लोगों को गिरफ्तार किया था और 51 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था.
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में मंगलवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में गोलीबारी हुई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दो पुलिसकर्मियों सहित तीन लोग घायल हो गए. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है. अगर राज्य सरकार पर्याप्त सुरक्षा नहीं दे सकती है तो हम केंद्र सरकार से केंद्रीय बल तैनात करने के लिए कहेंगे.
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के उम्भा गांव में हुए 11 आदिवासियों के नरसंहार पर पुलिस ने स्थानीय अदालत में 51 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है.
पुलिस ने बताया कि 45 वर्षीय संजय गौतम सुभारती विश्वविद्यालय में विज्ञान विभाग कार्यालय में अधीक्षक थे. बाइक से विश्वविद्यालय से घर लौटने के दौरान तीन बाइकों से आए नौ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और फिर कथित तौर पर पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी.
सोनभद्र ज़िले के उभा गांव में 17 जुलाई को ज़मीन विवाद को लेकर हुई हिंसा में दस आदिवासियों की मौत हो गई थी और करीब 24 आदिवासी घायल हुए थे. शुक्रवार को पीड़ितों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को मिर्ज़ापुर में रोकने के बाद हिरासत में ले लिया गया था.
सोनभद्र ज़िले के उभा गांव में 17 जुलाई को ज़मीन विवाद को लेकर हुई हिंसा में दस लोगों की मौत हो गई थी और करीब 24 लोग घायल हुए थे. शुक्रवार को पीड़ितों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को मिर्ज़ापुर में रोकने के बाद हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस ने कहा, योगी सरकार की तानाशाही का निकृष्टतम उदाहरण.