द वायर द्वारा भारतीय रेल के 18 ज़ोन में दायर आरटीआई आवेदनों के तहत पता चला है कि श्रमिक ट्रेनों से यात्रा करने वाले कम से कम 80 प्रवासी मज़दूरों की मौत हुई है. केंद्र सरकार के रिकॉर्ड में ये जानकारी उपलब्ध होने के बावजूद उसने संसद में इसे सार्वजनिक करने से मना कर दिया.
भारत में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 5,020,359 हो गई है, जबकि 82,066 लोगों की मौत के मामले सामने आए हैं. विश्व में संक्रमण के मामले 2.96 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और अब तक यह महामारी 9.35 लाख से अधिक लोगों की जान ले चुकी है.
कंगना रनौत के उकसावे वाले बयानों पर शिवसेना की प्रतिक्रिया उनकी ग़लत प्राथमिकताओं को दिखाती है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,930,236 हो गई है, जबकि 80,776 लोगों की जान जा चुकी है. विश्व में संक्रमण के 2.93 करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं और अब तक 9.29 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
मीडिया के पास कुछ हद तक जनमत निर्माण की ताक़त हमेशा से थी, मगर उसकी एक सीमा थी, उनके द्वारा उठाए मुद्दे में कुछ दम होना ज़रूरी होता था. आज हाल यह है कि मीडिया में भारत-चीन सीमा विवाद से ज़्यादा तवज्जो कंगना रनौत विवाद को दी जा रही है.
भारत में लगातार पांचवें दिन कोरोना वायरस संक्रमण के 90 हज़ार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद संक्रमण के कुल मामले 4,846,427 हो गए हैं, जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 79,722 हो गई है. वहीं विश्व में संक्रमण के 2.9 करोड़ से ज़्यादा मामले आ चुके हैं और 9.24 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
आदिवासियों ने हाल ही में लागू हुए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी क्षेत्र विकास और पर्यटन प्रशासन अधिनियम को रद्द करने की मांग की, जो गुजरात सरकार को प्रतिमा के आसपास के क्षेत्र में किसी भी विकास परियोजना के लिए इन गांवों में भूमि अधिग्रहित करने की शक्ति देता है.
मध्यकालीन यूरोप में स्त्रियों को जादूगरनी बताकर ‘विच ट्रायल’ हुआ करते थे, जिनके बाद पचासों हज़ार स्त्रियों को खंभे से बांधकर जीवित जला दिया गया था. उस समय यंत्रणा देकर सभी स्त्रियों से अपराध स्वीकृति करवा ली जाती थी. रिया का भी ‘मीडिया ट्रायल’ नहीं हुआ है, ‘विच ट्रायल’ हुआ है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,754,356 हो गई है, जबकि अब तक 78,586 लोग दम तोड़ चुके हैं. वहीं विश्व में कुल मामले 2.87 करोड़ से ज़्यादा हो चुके हैं और 9.2 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक और पूर्व आईपीएस अधिकारी एम. नागेश्वर राव ने 80 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के निधन पर ट्वीट कर कहा था कि अच्छा हुआ छुटकारा मिला. उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें यमराज से शिकायत है कि उन्होंने इतना लंबा इंतज़ार क्यों किया!
आधुनिक शिक्षा का पूरा ढांचा वर्चस्ववादी संस्कृति और मानसिकता से खड़ा किया गया है, जिसमें आदिवासी समाज कहीं फिट नहीं बैठता. उसकी पूरी जीवन शैली, जीवन दर्शन और दुनिया अलग है, जिसे वर्चस्ववादी नज़रिये से नहीं समझा जा सकता.
हाल ही में राजद से इस्तीफ़ा देने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह कोविड-19 से उबरने के बाद की जटिलताओं की वजह से बीमार पड़ गए थे, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था.
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम की ओर से कहा गया है कि कोविड-19 संकट के कारण कुपोषण को कम करने की पहल की प्रगति पर असर पड़ा और वर्तमान चुनौतियां और भी बढ़ गई हैं.
भारत में कोराना वायरस संक्रमण के कुल मामले 46 लाख के पार हो चुके हैं और मरने वालों की संख्या बढ़कर 77,472 हो गई है. वहीं, विश्व में संक्रमण के मामले 2.85 करोड़ से ज़्यादा हो गए हैं और 9.16 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
स्वामी अग्निवेश गांधी की परंपरा के हिंदू थे, जो मुसलमान, सिख, ईसाई या आदिवासी को अपने रंग में ढालना नहीं चाहता और उनके लिए अपना खून बहाने को तत्पर खड़ा मिलता है. वे मुसलमानों और ईसाइयों के सच्चे मित्र थे और इसीलिए खरे हिंदू थे.