यह मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित बीआरडी मेडिकल अस्पताल का है, जहां अगस्त 2017 में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी से एक हफ्ते में 60 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में डॉ. कफ़ील ख़ान को दोषी ठहराया गया था.
वह असहयोग आंदोलन का ज़माना था, प्रेमचंद गंभीर रूप से बीमार थे. बेहद तंगी थी, बावजूद इसके गांधी जी के भाषण के प्रभाव में उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया था.
सोमवार को मुज़फ़्फ़रपुर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कई योजनाओं की घोषणा की, तो उन्हें 2014 में की गई घोषणाओं के बारे में ध्यान दिलाया गया, जिस पर वह असहज हो गए. दरअसल वे पांच साल पूर्व की गई अपनी ही घोषणाएं फिर से दोहरा रहे थे जो अब तक या तो अमल में ही नहीं आ सकी हैं या आधी-अधूरी हैं.
उत्तर प्रदेश में अब भी गन्ना किसानों का 10,626 करोड़ रुपये बकाया है और जून के महीने में भी गन्ने की फसल खेतों में खड़ी है. उत्तर प्रदेश में 2014 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में गन्ना किसानों की समस्याओं को भाजपा ने प्रमुखता से उठाया था, लेकिन केंद्र और प्रदेश में सरकार बनने के बाद भी उनकी समस्याएं हल नहीं हो सकी हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह ज़िले गोरखपुर के बांसगांव और पड़ोसी ज़िले महराजगंज के मधवलिया गोसदन में बड़ी संख्या में गोवंशीय पशुओं की मौत हुई है.
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर ज़िले के अहिरौली बाज़ार थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में हुई घटना में नाली बनाने को लेकर आरोपियों का नाबालिग के परिवार के साथ झगड़ा हुआ था. प्रदेश के हमीरपुर और मेरठ में नाबालिग लड़कियों की बलात्कार के बाद हत्या. कानपुर में भी नाबालिग से बलात्कार का मामला सामने आया है.
लोकसभा चुनाव परिणाम 2019: साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से योगी आदित्यनाथ 3,12,783 वोटों से जीते थे.
गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन ने कहा है कि वह गोरखपुर में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री बनाएंगे, लेकिन सच्चाई यह है कि भोजपुरी फिल्में ठहराव के दौर से गुज़र रही हैं. भोजपुरी फिल्म उद्योग लगातार मंदा पड़ता जा रहा है और उसके अच्छे दिन चले गए हैं.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के मुस्लिम इलाक़ों का जायज़ा लिया द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने.
गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा-बसपा को साथ लाने का दावा करने वाली पीस पार्टी शिवपाल यादव की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने 17 लोकसभा सीटों अपने प्रत्याशी उतारे हैं, लेकिन किसी भी सीट पर सफलता तो दूर वह ठीक-ठाक प्रदर्शन करने के प्रति भी आश्वस्त नहीं है.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिमों की हालत का जायज़ा ले रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र में हिंदू युवा वाहिनी के उदय से लेकर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने तक के सफर पर हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष सुनील, महामंत्री प्रेमशंकर मिश्र, वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह और प्रोफेसर चंद्रभूषण से विस्तार में चर्चा कर रही हैं द वायर की सीनियर एडिटर आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन संकट के आरोप में निलंबित किए गए डॉ. कफ़ील ख़ान का कहना है कि बच्चों की मौत के जिम्मेदार लोग खुले घूम रहे हैं. असली दोषी वे अधिकारी हैं जो बकाया भुगतान के लिए आपूर्तिकर्ताओं से पत्र की मांग कर रहे थे. डॉ. कफ़ील ने मामले को उत्तर प्रदेश के बाहर स्थानांतरित किए जाने की भी मांग की है.
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की गोरखपुर लोकसभा सीट से मधुसूदन तिवारी को चुनाव मैदान में उतारा. भाजपा ने गोरखपुर से अभिनेता रवि किशन को टिकट दिया है.
विशेष रिपोर्ट: गोरखपुर में भाजपा आत्मविश्वास की कमी से जूझ रही है. प्रत्याशी चयन में एक महीना लगना और इस दौरान दर्जन भर नेताओं का नाम आना व ख़ारिज होना इसका उदाहरण है. आखिर में ऐसे प्रत्याशी को ‘आयात’ करना पड़ा, जिसे लेकर पार्टी और समर्थकों में उत्साह नहीं दिख रहा है.