कोर्ट ने कहा, नागरिकों को अपनी आस्तीनों पर देशभक्ति लेकर चलने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता.
शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार को बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार मामले में दोषी अधिकारियों के ख़िलाफ़ हुई विभागीय कार्रवाई के बारे में चार सप्ताह में जवाब देने का निर्देश दिया है.
निराश्रित विधवाओं द्वारा झेली जा रही मुश्किल स्थितियों से जुड़े मुद्दों पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने यह सवाल उठाया है.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण ख़तरनाक स्तर पर, बदरपुर बिजली संयंत्र बंद, डीजल जेनरेटर पर लगा प्रतिबंधित, सैकड़ों ईंट-भट्ठे बंद करने का आदेश.
इलैया की किताब बैन करने की याचिका ख़ारिज करते हुए चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की बेंच ने कहा कि हम किताबों पर प्रतिबंध लगाने के लिए यहां नहीं बैठे हैं. किसी किताब को सिर्फ इसलिए बैन नहीं किया जा सकता क्योंकि वो विवादित है.
जन गण मन की बात की 135वीं कड़ी में विनोद दुआ सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता करुणा नंदी के साथ कार्यस्थलों पर होने वाले यौन प्रताड़ना पर चर्चा कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय बेंच ने संविधान पीठ से पूछा, मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना क्या संविधान के तहत उनके अधिकारों का उल्लंघन है.
जन गण मन की बात की 134वीं कड़ी में विनोद दुआ गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव और दिवाली पर कारोबार में मंदी पर चर्चा कर रहे हैं.
जन गण मन की बात की 133वीं कड़ी में विनोद दुआ अयोध्या में सरयू तट पर राम की प्रतिमा बनाने और देश में बुज़ुर्गों की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं.
शीर्ष न्यायालय ने स्पष्ट किया कि अब तक वैवाहिक बलात्कार के मुद्दे पर विचार नहीं किया गया है.
जन गण मन की बात की 132वीं कड़ी में विनोद दुआ, जय अमित शाह-रॉबर्ट वाड्रा और दिल्ली-एनसीआर में पटाखा बिक्री पर रोक के बारे में चर्चा कर रहे हैं.
आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस है. देश की कुल आबादी के 9 फ़ीसदी लोग दिमाग़ी मरीज़ हैं. भारत में 66 हज़ार से ज़्यादा मनोचिकित्सक चाहिए, पर हैं लगभग 4000. ऐसे में बुनियादी ढांचे को मज़बूत करना सबसे ज़रूरी है.
उच्चतम न्यायालय ने कहा कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पटाखों की बिक्री पर लगाई गई रोक 31 अक्टूबर तक जारी रहेगी.
यह ‘अच्छे स्पर्श’ और ‘बुरे स्पर्श’ की सरलीकृत बायनरी से आगे बढ़ने का वक़्त है. बच्चों के लिए न विशेष अदालतें हैं, न काउंसलिंग के इंतज़ाम हैं, न ही सुरक्षित वातावरण जिसमें वह पल-बढ़ सकें.
आपातकाल की चर्चा तब तक पूरी नहीं होती जब तक स्वाधीनता संग्राम सेनानी और प्रसिद्ध समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की चर्चा न की जाए.