अलवर में रहने वाले फलाहारी बाबा पर छतीसगढ़ की एक छात्रा के यौन शोषण का आरोप लगा है.
मशहूर शायर मीर तक़ी मीर की पुण्यतिथि पर उन्हें याद कर रहे हैं वैज्ञानिक और शायर गौहर रज़ा.
गुज़रे ज़माने की चीज़ क़रार दिए जाने के बाद भी न सिर्फ ‘दास कैपिटल’ बल्कि मार्क्स भी जीवित हो उठे हैं. इस बार उनका अवतार किसी धर्मशास्त्र या गुरु की तरह नहीं हुआ है, बल्कि पूंजीवाद के समकालीन संकट की व्याख्या करने के उपयोगी औज़ार के तौर पर हुआ है.
हम भी भारत की पहली कड़ी में आरफ़ा ख़ानम शेरवानी देश में छात्र राजनीति की दशा-दिशा पर जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला राशिद, एबीवीपी की जाह्नवी ओझा और पत्रकार सृष्टि श्रीवास्तव से चर्चा कर रही हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले महीने अधिसूचना जारी कर दुर्गा विसर्जन और मुहर्रम के लिए अलग-अलग दिन निर्धारित करने का आदेश दिया था.
जन गण मन की बात की 121वीं कड़ी में विनोद दुआ मेक इन इंडिया और देश में रोज़गार की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, लोगाें काे गले लगाना ही भारत की ताकत रही है, लेकिन देश सौहार्द्र बिगड़ने के ख़तरे का सामना कर रहा है.
वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार बता रहे हैं कि टैक्स वसूलने को लेकर सरकार और व्यापारियों के बीच एक तरह की जंग चल रही है. व्यापारी डर के मारे बोल नहीं पा रहे हैं. कैमरा आॅन होता है तो तारीफ करने लगते हैं.
सुप्रीम कोर्ट में क्लोज़र रिपोर्ट पेश करते हुए सीबीआई ने कहा कि 24 संदिग्ध मौतों का व्यापमं से कोई लेना-देना नहीं.
अगर 50 वर्षों के हिसाब से देखा जाए, तो मुद्रास्फीति में अंतर के हिसाब से जापान को चुकाई जाने वाली रकम कहीं ज़्यादा बड़ी होगी.
आवासीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ यौन अत्याचार, शोषण और उनके मरने की घटनाएं आम हो चली हैं लेकिन मुख्यधारा में कहीं भी उनकी चर्चा नहीं है.
म्यांमार की स्टेट काउंसलर सू ची के बयान पर एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा कि वह रोहिंग्या संकट पर आंखें मूंदे बैठी हैं.
जन गण मन की बात की 120वीं कड़ी में विनोद दुआ नोटबंदी व जीएसटी पर दिए गए मनमोहन सिंह के बयान और नितिन गडकरी के गंगा सफाई अभियान पर चर्चा कर रहे हैं.
घटना यवतमाल ज़िले के टिटवाली गांव की है. उन पर 3 लाख रुपये से ज़्यादा का कर्ज़ था.
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला समर्थकों द्वारा बनाई गई ‘जन विकल्प पार्टी’ में शामिल हुए.