भगत सिंह के भतीजे मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) श्योनान सिंह ने कहा कि क्रांति वह नहीं है कि आप किसी पर दाढ़ी रखने, मस्जिद जाने या राम मंदिर बनाने के लिए दबाव डालें. क्रांति एक विचार होती है जिससे अधिकतर लोग सहमत होते हैं और एक ऐसी व्यवस्था को बदलने का प्रयास करते हैं जो काम नहीं कर रही होती है. अपनी पीठ थपथपाना देशभक्ति नहीं है.