राजस्थान में कुछ महीने पहले 35 दिनों तक चली राजनीतिक खींचतान के बीच सचिन पायलट खेमे ने अशोक गहलोत सरकार पर विधायकों के फोन टैप करने का आरोप लगाया था. इस घटनाक्रम के तक़रीबन दो महीने बाद फ़र्ज़ी ख़बर चलाने के आरोप में पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह और आजतक के राजस्थान संपादक शरत कुमार के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है.
अब भाजपा को अपने नेताओं के लिए 'वंदे मातरम' और 'जन गण मन' की कक्षाएं चलवानी चाहिए. जब देखो ये नेता लोग 'देशभक्ति' के टेस्ट में फेल होते रहते हैं.