पुलिस ने बताया कि त्राल के स्थानीय निकाय के चेयरमैन राकेश पंडित बुधवार रात अपने दोस्त के घर जा रहे थे, जब तीन अज्ञात आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलाईं. राकेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. घटना में उनके दोस्त की बेटी भी घायल हुई हैं, जो गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं.
ये धमाके राजधानी काबुल के पश्चिम में स्थित शिया बहुल इलाके दश्त-ए-बारची में हुए हैं. इन हमलों में हाज़रा समुदाय को निशाना बनाया गया, जहां ये धमाके किए गए वहां अधिकांश हाज़रा शिया मुसलमान हैं. पिछले महीने अमेरिका और नाटो सैनिकों द्वारा इस साल 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से निकलने की घोषणा के बाद यह हमला किया गया है.
लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन माने जाने वाले द रेज़िस्टेंस फ्रंट ने इन हत्याओं की ज़िम्मेदारी ली है. जम्मू कश्मीर में जून से भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं पर आतंकवादी हमले बढ़ गए हैं. अब तक ऐसे सात लोगों की हत्या की जा चुकी है.
जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों और नाबालिगों से जुड़े केस लड़ने वाले वकील बाबर क़ादरी ने तीन दिन पहले एक ट्वीट कर पुलिस से उनके ख़िलाफ़ दुष्प्रचार करने वाले एक फेसबुक उपयोगकर्ता के ख़िलाफ़ केस दर्ज करने का अनुरोध किया था. उनका कहना था कि इससे उनकी जान को ख़तरा हो सकता है.
कश्मीर में बीते एक हफ़्ते में ही भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है, जिसके बाद स्थानीय नेताओं ने सुरक्षा की मांग की है, वहीं दर्जनभर से ज़्यादा कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफ़ा देने का ऐलान किया है. केंद्र के एक नेता का कहना है कि ये हमले यह निर्वाचित प्रतिनिधियों को डराने का प्रयास हैं.
भाजपा नेता अब्दुल हामिद नज़र को गोली मारी गई है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वह मध्य कश्मीर के बडगाम के मोहिंदपुरा इलाके के रहने वाले हैं. इससे पहले दक्षिण कश्मीर में एक सरपंच की हत्या कर दी गई थी और एक अन्य सरपंच पर हमला किया गया था.
मामला उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा का है. जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि भाजपा के 27 वर्षीय पूर्व ज़िलाध्यक्ष वसीम अहमद बारी और उनके परिवार की सुरक्षा में लगाए गए 10 पुलिसकर्मियों को उनकी सुरक्षा करने में नाकाम होने के कारण गिरफ़्तार कर लिया गया है.
एक जुलाई, 2016 को ढाका के गुलशन इलाके में स्थित होली आर्टिशन कैफे में इस्लामिक स्टेट के हमले में एक भारतीय लड़की समेत 20 लोग मारे गए थे. हमले में मारे गये 16 अन्य विदेशी नागरिकों में नौ इतालवी, सात जापानी नागरिक शामिल थे.
मामला दक्षिण कश्मीर के कुलगाम ज़िले का है. आतंकवादियों के हमले में मारे गए सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के थे.
मारे जाने वालो में तीन पुलिस अधिकारी और एक सुरक्षा गार्ड भी शामिल हैं. करीब 24 लोग घायल हैं, जिसमें से कुछ की हालत गंभीर है.
खुफिया एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख विक्रम सूद ने कहा कि इस हमले को किसी एक शख्स ने अंजाम नहीं दिया होगा. इसमें एक पूरी टीम शामिल होगी.
पुलिस और सेना के संयुक्त दल को औरंगजेब का शव कालम्पोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर गुस्सु गांव में मिला. उनके सिर और गर्दन पर गोलियों के निशान हैं. जवान की शोपियां में तैनाती थी.
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी भी मारे गए हैं.
मोदी की कश्मीर-नीति पर बरसी कांग्रेस, राहुल गांधी बोले- मोदी की नीतियों के कारण आतंकियों को कश्मीर में मौका मिला, सिंघवी ने कहा- मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की जिम्मेदारी लें.
गिलानी ने कहा, इस्लाम कहता है कि कोई व्यक्ति किसी निर्दोष की हत्या करता है तो वो पूरी मानवता की हत्या करता है और अगर कोई किसी की जान बचाता है तो वो पूरी मानवता को बचाता है.