डब्ल्यूएचओ और एम्स के ताज़ा सीरो प्रिवलेंस अध्ययन के अनुसार सार्स-सीओवी-2 की सीरो पॉजिटिविटी दर वयस्क आबादी की तुलना में बच्चों में अधिक है इसलिए ऐसी संभावना नहीं है कि भविष्य में कोविड-19 का मौजूदा स्वरूप दो साल और इससे अधिक उम्र के बच्चों को तुलनात्मक रूप से अधिक प्रभावित करेगा.
दिल्ली में बीते हफ्ते कोरोना से हर घंटे चार लोगों की मौत हुई. रविवार को कोरोना से राजधानी में 95 मौतें हुई, जो अब तक का एक दिन में तीसरा सबसे अधिक स्तर है.