खाद की कालाबाज़ारी करने वालों के ख़िलाफ़ रासुका के तहत कार्यवाही करें: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक किसान को उसकी जरूरत के अनुसार समय से खाद प्राप्त हो.

खाद लेकर 2014 में विशाखापट्टनम से निकला मालगाड़ी का डिब्बा 2018 में उत्तर प्रदेश के बस्ती पहुंचा

रेलवे की लापरवाही से व्यापारी का 10 लाख रुपये की खाद बर्बाद. खाद मालिक का आरोप कई बार शिकायत दर्ज कराने के बाद भी रेलवे ने ध्यान नहीं दिया.

क्या भारत डब्ल्यूटीओ के जाल में फंस चुका है?

भारत सरकार अब इस बात से सहमत है कि खाद्य सब्सिडी को कम से कम किया जाना होगा, इस कारण से पूरी संभावना है कि भारत में रोज़गार, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक गैर-बराबरी का दर्द अब और ज़्यादा बढ़ेगा.

नीति बनाने वाले किसान और उपभोक्ता को एक-दूसरे का दुश्मन बना रहे हैं

जब कुछ ख़ास व्यापारिक प्रतिष्ठानों का एकाधिकार स्थापित हो जाएगा, तब क़ीमतें सरकार और किसान नहीं, बड़ी कंपनियां तय करेंगी.