केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच लीक हुई फोन बातचीत से राजस्थान में पैदा हुए सियासी उठापटक और अवैध फोन टैप के आरोपों के आठ महीने बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार ने दो हफ़्ते पहले फोन टैपिंग की पुष्टि की थी.
राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला दूसरी बार संसद पहुंचे हैं. इसी क्षेत्र के झालावाड़-बारां ज़िले से प्रदेश की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह चौथी बार सांसद चुने गए हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने उनमें न तो कोई विश्वास जताया है और न ही केंद्र में उन्हें कोई जगह दी है.
लोकसभा चुनाव परिणाम 2019: राजस्थान के जोधपुर में 2014 के लोकसभा चुनाव में गजेंद्र सिंह शेखावत ने 4.10 लाख वोट से जीत हासिल की थी. हालांकि, चार माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में जोधपुर संसदीय क्षेत्र की 8 विधानसभा सीट में से कांग्रेस ने 6 पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा के खाते में महज दो सीट ही आ पाई थी.
राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि लोकसभा चुनाव में क़रीबियों को टिकट न मिलने और विरोधियों को टिकट दिए जाने से वसुंधरा राजे नाराज़ चल रही हैं.
जोधपुर में एक संप्रदाय के लोगों द्वारा शनिवार को रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद सांप्रदायिक झड़प शुरू हो गई. कुछ वाहनों में आग लगा दी गई और भीड़ ने पुलिस और कुछ घरों पर पथराव भी किया.
विशेष रिपोर्ट: चुनावी सर्वेक्षणों के आधार पर यह कहा जा रहा था कि भाजपा की राजस्थान से विदाई तय है, लेकिन टिकट वितरण और धुंआधार प्रचार को देखकर सियासी गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि पार्टी मुक़ाबले में लौट आई है.
वीडियो: मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कारण राजपूत राजस्थान चुनाव में भाजपा का चुनावी खेल उसी तरह बिगाड़ सकते हैं, जैसे 2013 में जाटों की अशोक गहलोत के ख़िलाफ़ नाराज़गी ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया था.
विशेष रिपोर्ट: वसुंधरा राजे के कारण राजपूत राजस्थान चुनाव में भाजपा का चुनावी खेल उसी तरह बिगाड़ सकते हैं, जैसे 2013 में जाटों की अशोक गहलोत के ख़िलाफ़ नाराज़गी ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया था.
भाजपा की ओर से जारी 131 उम्मीदवारों की पहली सूची में दो मंत्रियों सहित महज़ 23 विधायकों का टिकट कटा है जबकि अमित शाह एंटीइनकम्बेंसी से निपटने के लिए आधे से ज़्यादा मौजूदा विधायकों की जगह नए चेहरों को मैदान में उतारना चाहते थे.
अमित शाह आधे से ज़्यादा विधायकों का टिकट काटना चाहते हैं जबकि वसुंधरा राजे 80 फीसदी से ज़्यादा विधायकों को फिर से टिकट देने के पक्ष में हैं. इस रस्साकशी में शाह के साथ पूरी टीम है जबकि राजे अकेली जद्दोजहद कर रही हैं.
नरेंद्र मोदी और अमित शाह केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को प्रदेशाध्यक्ष बनाना चाहते थे, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस नाम पर सहमत नहीं थीं. अशोक परनामी के इस्तीफ़ा देने के बाद ढाई महीने से ख़ाली था पद.
यह सरकार लघु उद्योगों, बेरोजगारी और कृषि क्षेत्र के हालातों को लेकर शुतुरमुर्गी रवैया अपनाए हुए है. समस्याओं को स्वीकार न करने से समस्याएं समाप्त नहीं हो जाती हैं. न ही कैबिनेट में फेरबदल कर देने से ही इन्हें सुलझाया जा सकता है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल में चार मंत्रियों का प्रमोशन. धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी कैबिनेट मंत्री बने. नौ नए चेहरे राज्य मंत्री बने.