कोरोना के चलते हुए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में घुमंतू समुदाय के कई समूह फंसे हुए हैं, न काम है न खाने पीने की कोई व्यवस्था. कुछ आम नागरिकों से मिली मदद के सहारे रह रहे इस समुदाय का कहना है कि सरकार द्वारा ग़रीबों के लिए हुई घोषणाओं में से उन्हें किसी का लाभ नहीं मिला है.
जयपुर विकास प्राधिकरण ने बीते 16 फरवरी को जयपुर के रावण गेट के पास रह रहे घुमंतू समुदाय के 200 से ज़्यादा परिवारों की झोपड़ियां अतिक्रमण के नाम पर उजाड़ दीं. अब ये परिवार ठंड के दिनों में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं.
ग्राउंड रिपोर्ट: राजस्थान की आबादी में क़रीब 55 लाख लोग घुमंतू समुदाय से आते हैं लेकिन भाजपा और कांग्रेस के पास इन्हें लेकर न कोई नीति दिखाई देती है और न ही नीयत.