पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले की घटना. बच्चे के उसके चेहरे, सिर और गर्दन पर कई घाव हैं. पीड़ित के पिता तृणमूल कांग्रेस के समर्थक माने जाते हैं. पिता ने कहा कि चुनाव के दिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की थी, जिसका उन्होंने विरोध किया था, इसलिए ऐसा लगता है कि उन्होंने उनके बेटे पर हमला किया.
यह मामला सीकर का है. पीड़ित का कहना है कि उनकी दाढ़ी नोची गई, लात और घुसे मारे गए, जिससे उनके दो से तीन दांत टूट गए. उनकी बाईं आंख, गाल और सिर पर चोटें आई हैं. आरोप है कि पीड़ित को पाकिस्तान भेजने की धमकी भी दी गई.
मैं प्रधानमंत्री के समर्थन में पत्र लिखने वाले 62 दिग्गजों का दिल से शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. ये अगर चाहते तो देश की छवि खराब करने वाले उन 49 लोगों की लिंचिंग भी कर सकते थे. मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, बजाय इसके चिट्ठी लिखकर उन्होंने देश के बाकी लट्ठधारी राष्ट्रवादियों के सामने बहुत बड़ा आदर्श पेश किया है.
पुलिस ने बताया कि होटल में काम करने वाला इमरान इस्माइल पटेल शुक्रवार तड़के अपने घर लौट रहा था, जब करीब 10 बदमाशों ने उसकी बाइक रोक चाबी छीन ली और ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए दबाव डाला. 10 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया गया है.
अमर्त्य सेन द्वारा 'जय श्री राम' के नारे पर की गई टिप्पणी के बारे मेघालय के राज्यपाल तथागत रॉय ने कहा कि रामराजा तला और सेरामपोर पश्चिम बंगाल में हैं या कहीं और? क्या हम भूत-प्रेत से डरते हुए राम-राम नहीं कहते?
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने कहा कि मां दुर्गा बंगालियों के जीवन में सर्वव्याप्त हैं. जबकि ‘जय श्री राम’ के नारे का बंगाली संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है.