नागरिकता संशोधन क़ानून, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र संसद तक मार्च निकालने का प्रयास कर रहे थे, जब उन्हें पुलिस द्वारा रोक दिया गया. छात्रों का आरोप है कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया और उनके निजी अंगों पर लाठी से वार किए गए, जिसमें कई छात्र-छात्राएं घायल हुए हैं.
सीएए-एनआरसी के ख़िलाफ़ हो रहे प्रदर्शनों में लंबे समय बाद हिंदू-मुस्लिम एकता वापस नज़र आ रही है, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा में बेचैनी देखी जा सकती है. ऐसी ही बैचेनी 1857 की क्रांति के बाद अंग्रेज़ों में दिखी थी, जिससे निपटने के लिए उन्होंने फूट डालो-राज करो की नीति अपनाई थी.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पिछले डेढ़ महीने से अधिक समय से चल रहे विरोध प्रदर्शन में चार महीने के मोहम्मद को उनकी मां रोज प्रदर्शन में ले जाती थीं. हालांकि उनकी मां अब भी प्रदर्शन में हिस्सा लेने को दृढ़ हैं.
चुनाव आयोग ने दक्षिणपूर्वी दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल को तत्काल प्रभाव से पद से हटाने का निर्देश जारी कर उन्हें गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करने को कहा है. उनके स्थान पर एडिशनल डीसीपी (दक्षिणपूर्व) कुमार ज्ञानेश को प्रभार सौंपा गया है.
कोर्ट ने कुमार के अलावा सीबीआई के पूर्व इंस्पेक्टर विनोद पांडे के ख़िलाफ़ केस दर्ज करने का आदेश दिया है. आरोप है कि इन्होंने सीबीआई के एक मामले में दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की और दबाव डालकर एक अकाउंटेंट से हस्ताक्षर कराया.