दिल्ली पुलिस ने आधार डेटा की बिक्री संबंधी रिपोर्ट पर ‘द ट्रिब्यून’ के ख़िलाफ़ केस बंद किया

तीन जनवरी 2018 को द ट्रिब्यून अख़बार में प्रकाशित पत्रकार रचना खेड़ा की रिपोर्ट में बताया गया था कि पेटीएम के ज़रिये सिर्फ़ 500 रुपये का भुगतान करने पर दस मिनट के भीतर एक एजेंट ने उन्हें लॉग-इन आईडी और पासवर्ड दिया, जिससे फोटो, फोन नंबर और ईमेल सहित किसी भी आधार नंबर की पूरी जानकारी ली जा सकती थी.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोई कांग्रेसी जेल में क्रांतिकारियों से नहीं मिला, पर सच ये नहीं है

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे नरेंद्र मोदी का कांग्रेस के किसी नेता के भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त से जेल में न मिलने के बारे में किया गया दावा बिल्कुल ग़लत है.