राजकोट के सिविल अस्पताल में बीते तीन महीनों में 269 बच्चों की मौत हुई, जिसमें सबसे अधिक जानें दिसंबर में गईं. अधिकारियों के मुताबिक इन बच्चों की मौत की वजह अस्पतालों में बच्चों के इलाज की उचित व्यवस्था न होना है.
रविवार को देर शाम जेएनयू में बड़ी संख्या में बाहर से आए नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया. इस दौरान जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत कई छात्रों और शिक्षकों को गंभीर चोटें आईं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाख़िल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है, नामांकन पत्र की जांच 22 जनवरी को होगी और नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तारीख़ 24 जनवरी है.
जेएनयू परिसर में रविवार देर रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलानी पड़ी थी.
जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा कि कुलपति एम. जगदीश कुमार को इस्तीफा देना चाहिए. कैंपस में हुई हिंसा के लिए वह ज़िम्मेदार हैं. शिक्षा मंत्री को उन्हें पद से हटा देना चाहिए. आईशी का कहना है कि हिंसा के दौरान उन्हें ख़ासतौर पर निशाना बनाया गया.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वॉट्सऐप मैसेज इस ओर इशारा करते हैं कि जो लोग नकाब पहनकर जेएनयू कैंपस में घुसे थे वे एबीवीपी के नेता और कार्यकर्ता हो सकते हैं.
ऑक्सफोर्ड और कोलंबिया विश्वविद्यालय में छात्रों ने एकजुटता दिखाते हुए मार्च किया और परिसर में छात्रों की सुरक्षा की मांग की. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने जेएनयू में हुई हिंसा का विरोध किया.
जेएनयू में रविवार देर रात छात्रों और शिक्षकों पर हुए बर्बर हमले के बाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ ने वाइस चांसलर एम. जगदीश कुमार को इस घटना का ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि या तो वीसी इस्तीफ़ा दें या मानव संसाधन विकास मंत्रालय उन्हें पद से हटाए.
बीते रविवार की रात कुछ नकाबपोश लोग जेएनयू कैंपस में घुस आए और विभिन्न हॉस्टलों में तोड़फोड़ की और छात्रों को बर्बर तरीके से पीटा. इस हिंसा में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत कुल 26 लोग घायल हुए हैं. छात्रों एवं शिक्षकों का आरोप है कि जिन लोगों ने हमला किया वो एबीवीपी और दक्षिणपंथी समूहों से जुड़े हुए हैं.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कैंपस में रविवार देर शाम नकाबपोश भीड़ घुसी और कई हॉस्टलों में घुसकर छात्र-छात्राओं को डंडे और रॉड से पीटा गया. जेएनयू छात्रसंघ का कहना है कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने परिसर में छात्रों और शिक्षकों से मारपीट की.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ का कहना है कि रविवार देर शाम एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने परिसर के कई हॉस्टलों में घुसकर छात्र-छात्राओं को डंडे और रॉड से पीटा है. छात्रों को बचाने आए शिक्षकों के साथ भी मारपीट हुई. एबीवीपी ने आरोपों से इनकार करते हुए वाम छात्र संगठनों पर लगाया हिंसा का इल्ज़ाम.
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में पिछले साल 30 दिसंबर को लगी आग अब बहुत ही खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है. आग में मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है और लगभग पचास लाख हेक्टेयर की फसल जलकर खाक हो चुकी है.
जदयू अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पार्टी महासचिव पवन वर्मा ने रविवार को लिखे खुले पत्र में कहा कि थोड़े समय के राजनीतिक लाभ के लिए सिद्धांत की राजनीति को बलि नहीं चढ़ाया जा सकता.
शनिवार को नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन देने के लिए भाजपा द्वारा जारी टोल फ्री नंबर को नेटफ्लिक्स और विभिन्न ऑफर देने के लिए इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आई थी.
केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि केजरीवाल बताएं कि उन्होंने कौन सा काम पूरा कर लिया है. जनता को झांसा सिर्फ एक बार दिया जा सकता है, बार-बार नहीं.