आम तौर पर उपचुनाव या स्थानीय चुनाव परिणाम को प्रधानमंत्री से जोड़कर नहीं देखा जाता, लेकिन जब प्रधानमंत्री हर छोटे-बड़े चुनाव में पार्टी का स्टार प्रचारक बन जाएं तो ऐसे में हार को उनकी छवि और गिरती साख से अलग कर पाना मुश्किल हो जाता है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भंडारा-गोंदिया उपचुनाव में मिली हार पर कहा कि यदि चुनाव मानसून में होता तो भाजपा ज़रूर जीतती. उधर, एक भाजपा विधायक ने उत्तर प्रदेश में मिली हार के लिए योगी सरकार, उनके मंत्रियों और नौकरशाही को ज़िम्मेदार ठहराया है.
रमज़ान के दौरान उपचुनाव कराने के फैसले पर भी उठे सवाल, आयोग ने उपचुनाव में वोटिंग मशीनों की ख़राबी, मतदान में बाधा की ख़बरों को ख़ारिज किया.
उत्तर प्रदेश की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया, पालघर और नगालैंड लोकसभा सीट और कई राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर सोमवार को मतदान हो रहा है.