प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिंदू आतंकवाद से जुड़े बयान पर चर्चा कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
असाधारण दिखना तानाशाह की मजबूरी होती है- यही बात उसकी सत्ता को वैधता देती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी असाधारण हो जाना चाहते हैं. पिछले पांच सालों में वह अनगिनत बार ख़ुद को असाधारण साबित करने की कोशिश करते रहे हैं.
कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए गरीबों को 72 हज़ार रुपये सालाना देने और किसानों के लिए अलग बजट के प्रावधान का वादा किया. पार्टी ने क़र्ज़ न चुका पाने वाले किसानों के ख़िलाफ़ फौजदारी नहीं, दीवानी अपराध का केस दर्ज करने की बात कही है.
तेज प्रताप यादव ने 'लालू-राबड़ी मोर्चा' के गठन का ऐलान करते हुए कहा, 'सारण मेरे पिता लालू जी और मां राबड़ी जी की सीट है. अगर मेरी मां वहां से मैदान में नहीं उतरतीं हैं तो मैं एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ूंगा और इसे जीतने की पूरी कोशिश करूंगा.'
नई दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में विरोध के बाद एक फैशन शो के रद्द हो जाने से ये सवाल उठता है कि क्यों जामिया का प्रशासन कार्यक्रम के सुरक्षित होने देने की गारंटी न कर सका?
कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी जिसमें 2015 के गुजरात के विसपुर दंगा मामले में उनकी सज़ा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया गया था.
पिछले पांच साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने और ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान पर चर्चा कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सवाल उठाया कि हज़ारों साल के इतिहास में क्या एक भी उदाहरण है, जहां हिंदू आतंकवाद में शामिल रहे हों?
एसएससी पेपर लीक मामले को उठाने वाले संगठन युवा-हल्लाबोल ने आरोप लगाया है कि एसएससी में भ्रष्टाचारियों को बचाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर हुआ है.
चुनाव आयोग से की गई शिकायत में आम आदमी पार्टी ने पूछा है कि आचार संहिता लागू होने के बाद क्या किसी दल को उसका अपना टीवी चैनल शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है?
बीते दिनों अयोध्या स्थित हुनमानगढ़ी मंदिर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के जाने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली सहित कई नेताओं ने सवाल उठाया है.
सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में न तो फायरिंग रेंज है और न ही बाउंड्री वॉल है. इसके साथ ही यहां कोई स्थायी संरचना भी नहीं है.
द वायर द्वारा प्राप्त किए गए दस्तावेज़ों से पता चलता है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली क्लीन गंगा फंड के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की समय पर बैठक नहीं होने की वजह से गंगा सफाई के लिए परियोजनाओं की स्वीकृति और पैसे ख़र्च नहीं हो पा रहे हैं.
राजनेताओं के चहेते राहतकोष, जलप्रबंधन व जलवायु प्रबंधन योजना के नाम पर अपनी जेब भरते रहेंगे. ‘नमामि गंगे’ जैसी भ्रष्टाचारी प्रदूषण नियंत्रण योजनाएं बनाते रहेंगे. राजनैतिक दलों के घोषणापत्र दिखावा करके वोट लेने वाला भ्रमजाल फैलाते रहेंगे. जो जितना या ज्यादा झूठ सफाई से बोलेगा वो उतनी ही वोटों की कमाई अपने लिए कर लेगा.
वरिष्ठ पत्रकार मार्क टली बता रहे हैं कि विपक्ष इस चुनाव का पहला राउंड हार चुका है. उसके लिए भाजपा को अंतिम राउंड में जीतने से रोकना बहुत कठिन है.