पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार महमूद अली दुर्रानी ने मुंबई हमले को सीमा पार आतंकवाद का अपनी तरह का क्लासिक उदाहरण बताया.
एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की सेना भारत को ‘असंतुलित’ करने की कोशिश के तहत आतंकवादी संगठनों की लगातार मदद कर रही है.