वीडियो: दिल्ली के आरके पुरम थाने में एक ऐसी लाइब्रेरी बनाई गई है जहां पर बच्चों को मुफ़्त में किताबें उपलब्ध करवाई जाती है. इसके अलावा वाईफाई की भी सुविधा दी जाती है ताकि बच्चों को पढ़ाई में किसी भी तरह की परेशानी न आए.
वीडियो: मधुबनी के एक गांव मोहम्मदपुर में एक शिक्षक मास्टर ज़करिया द्वारा फ़रोग़-ए-अदब लाइब्रेरी की स्थापना साल 1959 में की गई थी. लंबे समय तक इस पुस्तकालय ने सुचारू रूप से काम किया, लेकिन समय के साथ लोगों की रुचियां बदल गईं. फ़ैयाज़ अहमद वजीह और पावनजोत कौर की रिपोर्ट.
देशभर में लाइब्रेरी के घटते चलन के बीच उस लाइब्रेरी को याद करना बेहद अहम हो जाता है, जिसे आम लोगों ने उन्नीसवीं सदी के आख़िर में बिहार के एक छोटे-से क़स्बे में शुरू किया था.