बीते बुधवार को पेशावर में ईश निंदा के आरोपी एक अमेरिकी नागरिक की अदालत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अमेरिका ने इस पर कार्रवाई की मांग की है. शुक्रवार को पेशावर में हत्या के आरोपी के समर्थन में हज़ारों लोगों ने प्रदर्शन कर उसकी रिहाई की मांग की है.
निरपराधों के ख़िलाफ़, विरोध में हिंसा के महिमामंडन का बढ़ता सामान्यीकरण हमारे समाज के नैतिकता के ताने-बाने को उजागर करता है.
पाकिस्तान में सहवान शरीफ़ और अलग-अलग सूफ़ी दरगाहों पर हाल ही के सालों में हुए आतंकी हमले दिखाते हैं कि इस्लामी आतंकी लोगों में सूफ़ी इस्लाम की बढ़ती लोकप्रियता से डरा हुआ महसूस कर रहे हैं.