एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया का यह बयान उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों की रिपोर्टिंग कर रहे कई पत्रकारों को हिरासत में लेने के बाद आया है.
विवादित नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में अब तक देशभर में 25 लोगों की मौत हो चुकी है. 18 लोगों की मौत अकेले उत्तर प्रदेश में हुई है जिसमें एक आठ साल का बच्चा शामिल है. वहीं, असम में पांच लोगों की मौत हुई है जबकि मेंगलुरु में दो लोगों की मौत हुई है.
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में नागरिकता क़ानून के विरोध में भारी सुरक्षा के बीच डीएमके ने रैली का आयोजन किया. पार्टी प्रमुख ने सवाल उठाया कि नागरिकता संशोधन क़ानून के तहत मुसलमानों को शरणार्थी और श्रीलंका को पड़ोसी देश का दर्जा क्यों नहीं दिया गया है.
उत्तर प्रदेश में बीते चार दिनों में संशोधित नागरिकता क़ानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों में अब तक कुल 16 लोगों की मौत हुई हैं. आठ जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है.
वीडियो: नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ बीते 15 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में पुलिस की हिंसक कार्रवाई के बाद सभी छात्रों से हॉस्टल खाली करवाया गया. जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा से आने वाले 11 साल के तासीर को भी एएमयू का हॉस्टल छोड़ना पड़ा. द वायर के अविचल दुबे की तासीर से बातचीत.
नागरिकता कानून के विरोध में लखनऊ में 19 दिसंबर को हुई हिंसा के मामले में दर्ज एफआईआर में सदफ़ जफर का नाम भी है. सदफ़ के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस ने उनकी लाठियों से पिटाई की. उनके हाथों और पैरों पर लाठियां बरसाईं गईं और पेट पर लात भी मारी गई जिससे उन्हें इंटरनल ब्लीडिंग होने लगी.
जिस वक्त रिपोर्टिंग की ज़रूरत है, जाकर देखने की ज़रूरत है कि फील्ड में पुलिस किस तरह की हिंसा कर रही है, पुलिस की बातों में कितनी सत्यता है, उस वक्त मीडिया अपने स्टूडियो में बंद है. वह सिर्फ पुलिस की बातों को चला रहा है, उसे सत्य मान ले रहा है.
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 288 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
वीडियो: नई दिल्ली के शाहीन बाग़ इलाके में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में तकरीबन एक हफ्ते से प्रदर्शन हो रहा है. द वायर के अखिल कुमार ने यहां लोगों से बात की.
शुक्रवार को नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों में उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई थी. मेरठ में पांच लोगों की मौत हुई, कानपुर, बिजनौर और फ़िरोज़ाबाद में दो-दो लोगों की मौत और मुज़फ़्फ़रनगर, संभल और वाराणसी में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई थी.
अंग्रेज़ी अख़बार ‘द हिंदू’ के पत्रकार उमर राशिद को लखनऊ में भाजपा दफ्तर के पास एक रेस्तरां से बीते शुक्रवार को पुलिस ने हिरासत में लिया था. पत्रकार के अनुसार, पुलिस ने उन पर नागरिकता क़ानून के विरोध में लखनऊ में हुई हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया और उन पर सांप्रदायिक टिप्पणी भी की थी.
अदालत के आदेश के बाद हिरासत में लिए गए आठ नाबालिगों को शनिवार सुबह रिहा किया गया. दरियागंज में शुक्रवार को नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ हुए हिंसक प्रदर्शन के संबंध में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर समेत अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर हुआ प्रदर्शन.
वीडियो: नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं. शुक्रवार को दिल्ली के दिल्ली गेट इलाके में भी लोगों ने इस क़ानून के ख़िलाफ़ अपना विरोध दर्ज कराया. द वायर के शेखर तिवारी की प्रदर्शनकारियों से बातचीत.
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बीते शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बहराइच, फ़िरोज़ाबाद, कानपुर, भदोही, बहराइच, बुलंदशहर, मेरठ, फ़र्रूखाबाद, संभल आदि शहरों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी.
कर्नाटक के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सीटी रवि ने नागरिकता कानून के विरोध पर कहा कि यही मानसिकता थी जिस वजह से गोधरा में ट्रेन में आग लगाई गई थी और कारसेवकों को जिंदा जलाया गया था. मैं आपको सलाह देता हूं कि पीछे मुड़कर देखें कि तब क्या हुआ था जब हमारे धैर्य की सीमा टूटी थी.