साल 2016 में गोपालगंज ज़िले के खजूरबानी इलाके में ज़हरीली शराब पीने से 19 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि चार लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई थी. इस मामले में कुल 14 लोग आरोपी थे, जिनमें से एक की सुनवाई के दौरान मौत हो गई थी.
कैमूर जिले के भभुआ में एक गोदाम से ज़ब्त की गई बीयर गायब होने पर अधिकारियों का कहना है कि देखकर ऐसा लगता है कि बीयर के कैन चूहों ने कुतर दिए हैं, जिससे वे ख़ाली हो गए.
पुलिस के मुताबिक, मृतक सुरेंद्र साह पूर्वी चंपारण ज़िले का रहने वाला था. उसे 17 जून को शराब पीने के चलते उसके गांव से गिरफ़्तार करके जेल में डाला गया था. वह गिरफ़्तारी के बाद से ही बीमार रह रहा था.
अधिकारियों ने बताया कि शराब तस्करी में शामिल ज़्यादातर बच्चे अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदाय से हैं.
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद पिछले दो साल में 1,22,392 लोग जेल में बंद हैं.