पुलिस ने बताया कि त्राल के स्थानीय निकाय के चेयरमैन राकेश पंडित बुधवार रात अपने दोस्त के घर जा रहे थे, जब तीन अज्ञात आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलाईं. राकेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. घटना में उनके दोस्त की बेटी भी घायल हुई हैं, जो गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं.
भाजपा नेता अजय श्याम ने हिमाचल प्रदेश के शिमला ज़िले के कुमारसैन थाने में पिछले साल विनोद दुआ के ख़िलाफ़ राजद्रोह समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि विनोद दुआ ने अपने यूट्यूब कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने वोट लेने के लिए ‘मौतों एवं आतंकी हमलों’ का इस्तेमाल किया है. सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा है कि मीडिया के संदर्भ में राजद्रोह क़ानून की सीमाएं तय करने की
आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई में एकजुट और सकारात्मक बने रहने की अपील करते हुए कहा कि हम इस परिस्थिति का सामना कर रहे हैं क्योंकि सरकार, प्रशासन और जनता, सभी कोविड की पहली लहर के बाद ग़फ़लत में आ गए, जबकि डॉक्टरों द्वारा संकेत दिए जा रहे थे.
एक ऐसे समय पर जब देश कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है और हर जगह मातम पसरा हुआ है तब ऐसा बयान देने के कारण उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत का सोशल मीडिया पर काफ़ी मज़ाक उड़ाया गया.
केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि भले ही वे केंद्रीय मंत्री हैं, लेकिन वे ऐसा ही करेंगे. अपने इस क़दम को सही ठहराने के लिए उन्होंने महात्मा गांधी का हवाला देते हुए कहा कि वे ‘असहयोग सिद्धांतों’ पर चल रहे हैं. केरल भाजपा ने पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हुई कवरेज को लेकर मलयालम समाचार चैनल एशियानेट का बहिष्कार करने की घोषणा की थी.
मामला वडोदरा के खासवाड़ी श्मशान घाट का है, जहां कोरोना वायरस की दूसरी लहर शुरू होने के बाद से ही शवों का अंबार लगा है. यह घटना 16 अप्रैल की है. वडोदरा के मेयर ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में समुदायों को साथ मिलकर काम करना चाहिए.
उत्तर प्रदेश भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी क़ानून बना देना चाहिए और इस मूल्य पर ख़रीद न होने को संज्ञेय अपराध घोषित कर देना चाहिए.
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा के सांसद राम स्वरूप का शव राष्ट्रीय राजधानी स्थित उनके आधिकारिक आवास की छत के पंखे से लटका मिला. पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है.
मध्य प्रदेश के शहडोल ज़िले का मामला. ज़िले के भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सामूहिक बलात्कार मामले में विजय त्रिपाठी का नाम आने के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से जैतपुर मंडल अध्यक्ष पद से निष्कासित करने के साथ पार्टी से उसकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी गई है.
असम के वरिष्ठ मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने बुधवार को असम समझौते के खंड 6 को लेकर बनी केंद्रीय समिति की रिपोर्ट को लेकर कहा था कि सरकार इस समिति की सिफ़ारिशें लागू नहीं कर सकती क्योंकि वे क़ानूनी वास्तविकता से परे हैं. आसू ने इसे लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
वीडियो: कुछ दिन पहले ट्विटर पर भाजपा नेता कपिल मिश्रा द्वारा हिंदू इकोसिस्टम बनाने की बात की गई थी. इसके बाद एक टेलीग्राम ग्रुप बनाया गया, जिसमें कई सारे लोग जुड़े हुए हैं, जो ईसाई और मुस्लिम समुदाय के लोगों के ख़िलाफ़ काम कर रहे हैं. इस पर न्यूज़लॉन्ड्री वेबसाइट के रिपोर्टर मेघनाद एस. से आरफा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.
सर्बानंद सोनोवाल की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने असम में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शनों को शांत करने के लिए दिसंबर 2019 में खंड 6 के त्वरित कार्यान्वयन का वादा किया था. इसके बाद फरवरी 2020 में केंद्र द्वारा नियुक्त पैनल ने अपनी सिफ़ारिशें केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी थीं.
पंजाब भाजपा के सचिव सुखपाल सिंह सरां ने टेलीविजन बहस के दौरान कृषि कानूनों की तुलना गुरु गोबिंद सिंह के ज़फ़रनामे से की थी. ज़फ़रनामा चमकौर के युद्ध के बाद गुरु गोबिंद सिंह द्वारा मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब को लिखा एक आध्यात्मिक विजय पत्र है.
भाजपा के पूर्व मंत्री टिकशान सूद के बयान से नाराज प्रदर्शनकारी किसानों ने उनके घर के बाहर गोबर फेंक दिया था जिसके बाद उन पर हत्या के प्रयास सहित कई अन्य आरापों में मामला दर्ज कर लिया गया था. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करने वाले एसएचओ के तबादले का भी आदेश दिया है और अब मामले की जांच एसआईटी कर रही है.
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने भाजपा नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री टिकशान सूद के घर में गोबर इसलिए फेंका, क्योंकि वे उनके उस बयान से नाराज थे, जिसमें उन्होंने कथित तौर कहा था कि सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे अधिकांश किसान कृषि क़ानूनों से परिचित नहीं हैं और वे वहां पिकनिक पर जा रहे हैं.