गांधी का वो उपवास, जो उनके लिए आख़िरी साबित हुआ

वीडियो: आज़ादी के बाद भारत में ख़ूनखराबे का सिलसिला जारी था. इसके विरोध में गांधीजी ने अपना आख़िरी उपवास 13 जनवरी 1948 को शुरू किया था. इस घटना पर इतिहासकार दिलीप सिमीओन से चर्चा कर रहे हैं दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. अपूर्वानंद.

अंतरजातीय विवाह करने वाले वयस्क दंपतियों पर खाप पंचायत का हमला ग़ैरक़ानूनी: सुप्रीम कोर्ट

खंडपीठ ने अंतरजातीय और सगोत्र विवाह के मामलों में परिवार की इज़्ज़त की ख़ातिर दंपतियों की हत्या रोकने के उपायों के बारे में केंद्र से जवाब मांगा.

प्रमुख मुद्दों की सुनवाई के लिए संविधान पीठ का गठन, सीजेआई की आलोचना करने वाले जज शामिल नहीं

सीजेआई दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में हुआ पीठ का गठन. 17 जनवरी को पीठ महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई शुरू करेगी.

‘जेल की दीवारें चाहे जितनी ऊंची हों, हमें तो लालू जी से मुहब्बत है’

चारा घोटाले में कई बार जेल जाने वाले लालू जैसे छत्रप का यह तिलिस्म ही है कि एक बड़ी जमात उन्हें ज़मीनी नेता मानने से गुरेज नहीं करती. तभी जेल में उनसे मिलने वालों का तांता लगा हुआ है.

मीडिया बोल, एपिसोड 32: न्यायतंत्र की ख़ामियों पर चार शीर्ष जजों के बयान से उठते सवाल

मीडिया बोल की 32वीं कड़ी में उर्मिलेश सुप्रीम कोर्ट के चार जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन और हिंदुस्तान टाइम्स के सीनियर असिस्टेंट एडिटर भद्रा सिन्हा से चर्चा कर रहे हैं.

कर्नाटक का चुनाव सांप्रदायिकता बनाम धर्मनिरपेक्षता के बीच होगा: सिद्धारमैया

संघ-भाजपा में आतंकवादी होने के कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान के ख़िलाफ़ भाजपा का प्रदर्शन. कहा- कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनेगी.

मध्य प्रदेश में विभिन्न मांगों को लेकर अस्थायी महिला शिक्षकों ने सिर मुंडवाया

चार अस्थायी महिला शिक्षकों के अलावा 100 से ज़्यादा अस्थायी ​शिक्षकों ने अपना सिर का मुंडन करवाकर मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार की ​नीतियों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया.

आज के दिन शुरू हुआ वो उपवास जो गांधीजी के लिए आख़िरी साबित हुआ

आज़ादी के बाद दिल्ली में ख़ूनखराबे का सिलसिला जारी था. इसके विरोध में गांधीजी ने 12 जनवरी 1948 को घोषणा की कि वह अगले दिन यानी 13 जनवरी से उपवास शुरू करेंगे.

आपको वैश्विक ताकत बनना है तो क्या आप सांप्रदायिक बनकर रह सकते हैं: पूर्व प्रधान न्यायाधीश

पूर्व प्रधान न्यायाधीश जस्टिस खेहर ने कहा कि आज़ादी के समय भारत ने धर्मनिरपेक्ष रहना पसंद किया था, लेकिन हम उसे भूल गए.

धर्म निजी विषय है, लोगों को लामबंद करने का औज़ार नहीं: दलाई लामा

आध्यात्मिक नेता ने कहा, हमें लोगों को इस आधार पर लामबंद नहीं करना चाहिए कि हम बौद्ध हैं, हम हिंदू हैं, हम मुसलमान है. यह अच्छा नहीं है.

1 160 161 162 163 164 188