नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 29 नवंबर को ख़त्म हो रहा है. चुनाव के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर, 03 और 07 नवंबर को मतदान होगा. चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है.
यह सही है कि समय पर चुनाव करवाना चुनाव आयोग की ज़िम्मेदारी है, मगर जिस राज्य में महामारी का आलम ये हो कि मुख्यमंत्री ही तीन महीने बाहर न निकलें, वहां सात करोड़ मतदाताओं के साथ एक माह तक चुनाव प्रक्रिया चलाना बीमारी के जोखिम को और बढ़ा सकता है.
कोरोना वायरस से वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा का हवाला देते हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में डाक-मतपत्र के लिए मतदाताओं की आयु सीमा 80 साल से घटाकर 65 साल कर दी गई है. विपक्षी दलों का कहना है कि चुनाव आयोग बिना विमर्श चुनावी प्रक्रिया बदलने के लिए एकतरफ़ा क़दम उठा रहा है.
कोरोना वायरस को देखते हुए वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के मद्देनज़र विधि मंत्रालय ने 19 जून को जारी संशोधन में 65 वर्ष या इससे अधिक उम्र के लोगों को डाक मतपत्र के इस्तेमाल की अनुमति दी है. इससे पहले यह आयु सीमा 80 वर्ष थी.
कर्नाटक से चार राज्यसभा सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना था, हालांकि इसके लिए मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी क्योंकि किसी भी दल ने एक-दूसरे के ख़िलाफ़ अतिरिक्त उम्मीदवार खड़ा नहीं किया.
चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव के दौरान उम्मीदवारों, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और निर्वाचन कर्मचारियों के एकत्र होने की संभावना के कारण लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन की आशंका को देखते हुए निर्वाचन प्रक्रिया को स्थगित रखना उपयुक्त होगा.
देश का व्यापारिक केंद्र कहे जाने वाले चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में 1998 से 2013 तक लगातर चार बार कांग्रेस जीती है, लेकिन 2015 में आम आदमी पार्टी की अलका लांबा ने इस सीट से जीत दर्ज की. 1993 में पहली और आखिरी बार भाजपा इस सीट से जीती थी.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बुराड़ी में जदयू उम्मीदवार के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया. दिल्ली में शिक्षा का स्तर सुधारने के केजरीवाल के दावे पर सवाल उठाते हुए नीतीश कुमार ने पूछा कि उन्होंने पिछले पांच साल में कितने स्कूल बनाए.
वीडियो: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर चांदनी चौक सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और विधायक अलका लांबा से रीतू तोमर की बातचीत.
वीडियो: उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी से संजीव झा, भाजपा-जदयू गठबंधन से शैलेंद्र कुमार और कांग्रेस-राजद गठबंधन से प्रमोद त्यागी चुनाव मैदान में हैं. यहां के मतदाताओं ने राज्य और केंद्र की योजनाओं समेत नागरिकता क़ानून पर अपनी राय साझा की.
वीडियो: दिल्ली का दिल कहे जाने वाले चांदनी चौक में मुख्य मुक़ाबला कांग्रेस की अलका लांबा, आम आदमी पार्टी के प्रह्लाद सिंह साहनी और भाजपा के सुमन कुमार गुप्ता के बीच है. यहां के मुद्दों पर रीतू तोमर ने लोगों से बातचीत की.
एशिया के कपड़ों का सबसे बड़ा मार्केट कहा जाने वाला पूर्वी दिल्ली का गांधीनगर व्यापारियों का इलाका है. गांधीनगर सीट लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रही है. साल 1993 में भाजपा ने यह सीट जीती थी जिसके बाद लगातार चार बार कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने यहां से जीत दर्ज की. हालांकि साल 2015 में आम आदमी पार्टी की लहर में कांग्रेस का यह किला भी ढह गया.
वीडियो: एशिया के कपड़ों के सबसे बड़े मार्केट में से एक दिल्ली के गांधीनगर में आम आदमी पार्टी ने नवीन चौधरी, भाजपा ने आप से आए अनिल वाजपेयी और कांग्रेस ने अरविंदर सिंह लवली को उम्मीदवार बनाया है. यहां के लोगों से जीएसटी, सीलिंग के साथ बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विशाल जायसवाल की बातचीत.
वीडियो: दिल्ली की सीलमपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के मतीन अहमद, भाजपा के कौशल मिश्रा और आम आदमी पार्टी के अब्दुल रहमान चुनाव मैदान में हैं. यहां के मतदाताओं से सृष्टि श्रीवास्तव की बातचीत.
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर गैर सरकारी संगठन एडीआर और कॉमन कॉज ने निर्वाचन आयोग को भविष्य के सभी चुनावों में आंकड़ों की विसंगति की जांच के लिए पुख्ता प्रक्रिया तैयार करने का निदेश देने का अनुरोध किया है.