उत्तर प्रदेश में मेरठ ज़िले के एक गांव में खेत से गोवंश के अवशेष बरामद होने के बाद पुलिस ने पत्रकारिता के छात्र ज़ाकिर अली त्यागी को गिरफ़्तार किया था. ज़ाकिर का कहना है कि उन्हें फ़र्ज़ी तरीके से फ़ंसाया गया है. इस संबंध में मानवाधिकार आयोग ने मेरठ पुलिस का नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
पुलिस ने बताया कि 45 वर्षीय संजय गौतम सुभारती विश्वविद्यालय में विज्ञान विभाग कार्यालय में अधीक्षक थे. बाइक से विश्वविद्यालय से घर लौटने के दौरान तीन बाइकों से आए नौ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और फिर कथित तौर पर पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी.
रविवार को एक लड़की अपने मुस्लिम दोस्त के साथ थी, तभी विहिप के लोगों ने हमला कर मेरठ पुलिस के हवाले कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने लड़की को पीटा और कहा क्या मुस्लमान ही मिला था.
द वायर की रिपोर्ट पर जवाब देते हुए मेरठ पुलिस ने कहा कि पूछताछ में नाबालिग ने नहीं बताई अपनी उम्र. दलित होने की वजह से नाबालिगों की गिरफ़्तारी के आरोप पर पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया.