उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि भाजपा ने हनुमान जी की जाति बतानी शुरू की जिससे नाराज़ होकर उन्होंने अपनी पूंछ के बल पर उनकी तीन राज्यों की सरकार छीन ली.
नोएडा पुलिस ने सेक्टर-58 में स्थित कई कंपनियों को नोटिस भेजकर कहा कि अगर कर्मचारी सार्वजनिक स्थलों पर नमाज़ पढ़ते पाए गए तो इसके लिए संस्थान को ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा.
दंगों के लगभग 20 मामलों में विधायक और सांसद भी आरोपियों की सूची में हैं. पुलिस ने भाजपा विधायक उमेश मलिक, भाजपा सांसद भारतेंदु सिंह, हिंदुत्ववादी नेता साध्वी प्राची और अन्य के ख़िलाफ़ इसमें उनकी कथित भूमिका के लिए मामला दर्ज किया था.
हम भी भारत की इस कड़ी में समाजवादी पार्टी की युवा नेता और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह से बातचीत कर रही हैं आरफ़ा ख़ानम शेरवानी.
अजमेर साहित्य महोत्सव के संयोजक ने बताया कि नसीरुद्दीन शाह को कार्यक्रम का उद्घाटन करना था लेकिन उनके बयान के बाद कुछ स्थानीय लोगों के विरोध के चलते वह नहीं आए.
हिंसा मामले में 83 पूर्व नौकरशाहों द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगने पर अनूपशहर से भाजपा विधायक संजय शर्मा ने खुला पत्र लिखकर 21 गायों की मौत पर चिंता व्यक्त की है.
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि मौजूदा हालात में मैं अपने बच्चों के लिए चिंतित हूं क्योंकि कल को अगर भीड़ उन्हें घेरकर पूछती है, ‘तुम हिंदू हो या मुसलमान?' तो उनके पास इसका कोई जवाब नहीं होगा.
राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताया था, जिसके बाद विभिन्न नेता हनुमान की जाति की अपने हिसाब से व्याख्या करने लगे हैं.
हिंदू पक्ष के छह दावेदारों में से दो अयोध्या स्थित विवादित स्थल पर विराजमान रामलला के विरुद्ध ही अदालत गए हैं.
उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष के जबर्दस्त हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शांति व्यवस्था किसी भी कीमत पर बनाए रखी जाएगी.
83 नौकरशाहों की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में शासन प्रणाली के मौलिक सिद्धांतों, संवैधानिक नीति और मानवीय सामाजिक व्यवहार तहस-नहस हो चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक पुजारी की तरह धर्मांधता और बहुसंख्यकों के प्रभुत्व के एजेंडे पर काम कर रहे हैं.
मामले की जांच कर रही एसआईटी ने बीते मंगलवार को गोहत्या के आरोप में तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने इन चार लोगों को निर्दोष करार देने का फैसला लिया.
बीते तीन दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना कोतवाली के एक गांव में कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
इससे पहले बुलंदशहर एसएसपी, स्याना क्षेत्राधिकारी और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी का तबादला कर दिया गया था. बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित कुमार नाम के युवक की मौत हो गई थी.
बीते शनिवार को सेना ने जीतेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को हिरासत में लेकर उसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया. पुलिस इस समय उससे पूछताछ कर रही है. जीतू जम्मू कश्मीर के सोपोर ज़िले में तैनात था.