गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों की संख्या 16 से घटकर 14 हो गई है. अब तक विधानसभा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी थी. दयानंद शिरोडकर ने दावा किया कि अभी और दो-तीन कांग्रेस विधायक भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि किशोर की नियुक्ति से पार्टी को अपना जनाधार व्यापक बनाने में मदद मिलेगी.
मीडिया बोल की 71वीं कड़ी में उर्मिलेश #मीटू मुहिम और मीडिया पर इंडियन वीमेंस प्रेस कॉर्प्स की अध्यक्ष टीके राजलक्ष्मी और वरिष्ठ पत्रकार सांत्वना भट्टाचार्य से चर्चा कर रहे हैं.
जन गण मन की बात की 317वीं कड़ी में विनोद दुआ वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के हालिया कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण, देश मे नौकरियों की स्थिति और पंजाब-हरियाणा में पराली जलने से दिल्ली में घटी वायु गुणवत्ता पर चर्चा कर रहे हैं.
मीडिया बोल की 70वीं कड़ी में उर्मिलेश पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा और चुनाव आयोग की भूमिका पर वरिष्ठ पत्रकार आरती जेरथ और हिंदू बिज़नेस लाइन की पॉलिटिकल एडिटर पूर्णिमा जोशी से चर्चा कर रहे हैं.
नेमेथ लास्लो की अचूक नैतिकता गांधी के संदेश के मर्म को पकड़ लेती है, 'सत्याग्रह-सत्य में निष्ठा-का अर्थ है राजनीति का संचालन स्वार्थ या हित साधन से नहीं, बल्कि सत्य से प्रेम के द्वारा हो.'
राकांपा नेता जितेंद्र आव्हाड ने बताया कि वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा है कि उनका नाम लोकसभा चुनाव के लिए प्रस्तावित न किया जाए क्योंकि वो इस दौड़ में शामिल नहीं.
राजस्थान के अजमेर में हुई सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले हिंदू, मुस्लिम, अगड़े-पिछड़े जैसे मुद्दों को लेकर समाज को बांटते हैं. हम लोग वोट बैंक की राजनीति में नहीं, ‘सबका साथ सबका विकास’ में विश्वास रखते हैं.
इस साल जनवरी में जम्मू में हुए कठुआ बलात्कार और हत्या मामले के एक आरोपी ने केस में हुई जांच को दुर्भावना से प्रेरित बताते हुए दोबारा जांच की मांग की थी, जिसे शीर्ष अदालत ने ख़ारिज कर दिया.
चुनावों को मद्देनज़र राजनीतिक दल लोकप्रिय, त्वरित और दिखने में प्रभावशाली परिणाम चाहते हैं. लेकिन सेना के नेतृत्व को वो नहीं करना चाहिए, जो कोई सत्ताधारी पार्टी चाहती है.
देश के मनोनीत प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि हमें क्या पहनना चाहिए, क्या खाना चाहिए, क्या कहना चाहिए, क्या पढ़ना और सोचना चाहिए, ये सब अब हमारी निजी ज़िंदगी के छोटे और महत्वहीन सवाल नहीं रह गए है.
रांची में एक कार्यक्रम के दौरान लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सवाल उठाया कि क्या शिक्षा और नौकरियों में हमेशा के लिए आरक्षण दे देने से देश में समृद्धि आ जाएगी.
कांग्रेस विधायक और कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले निदेशकों में से एक राजेंद्रसिंह परमार ने कहा कि यह अमूल का कार्यक्रम था लेकिन भाजपा ने उसे राजनीतिक कार्यक्रम बना डाला.
अब तक हमारे लोकतंत्र का इतिहास यही रहा है कि जिसने भी सत्ता के मद में ख़ुद को मतदाताओं से बड़ा समझने की हिमाक़त की, मतदाता उसे सत्ता से बेदख़ल करके ही माने. साफ़ है कि वोट की ऐसी राजनीति से मतदाताओं को नहीं, उन्हें ही डर लगता है जो डराने की राजनीति करते हैं.
विशेष रिपोर्ट: बीते अप्रैल में रामनवमी के दौरान बिहार में सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं हुई थीं. अब पिछले कुछ हफ़्तों में राज्य के विभिन्न ज़िलों से बड़ी तादाद में पुलिस ने तलवारें बरामद की हैं.