धर्म का अपमान करने के आरोप में प्रशांत भूषण, पूर्व आईएएस अधिकारी और पत्रकार पर एफआईआर

वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण, पूर्व आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन और नेशनल हेराल्ड की पत्रकार एश्लिन मैथ्यू के खिलाफ यह एफआईआर गुजरात के राजकोट में दर्ज की गई है.

रामायण के समय था उड़न खटोला, अर्जुन के तीरों में थी परमाणु शक्ति: पश्चिम बंगाल राज्यपाल

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कोलकाता में विज्ञान मेले के उद्घाटन के मौके पर कहा कि महाभारत में संजय ने पूरा युद्ध धृतराष्ट्र को सुनाया, लेकिन टीवी देखकर नहीं क्योंकि उनके पास दिव्यदृष्टि जैसी कोई शक्ति थी.

केएस भगवान की किताब पर विवाद, हिंदुत्ववादी संगठनों का प्रदर्शन

कन्नड़ पुस्तक ‘रामा मंदिरा येके बेड़ा’ किताब को लेकर लेखक केएस भगवान से कहा गया है कि या तो वो माफी मांगें वरना उनकी हत्या कर दी जाएगी.

फ़ैज़ाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया जाएगा: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ़ैज़ाबाद ज़िले में राजा दशरथ के नाम पर एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना और अयोध्या में प्रस्तावित एयरपोर्ट को राम का नाम देने की घोषणा की.

धर्मग्रंथों के ज़रिये क्या मुरली मनोहर जोशी मोदी को ‘राजधर्म’ याद दिलाना चाहते हैं?

वरिष्ठ भाजपा नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के धार्मिक संदर्भों पर लिखे गए एक लेख को संघ और भाजपा खेमे द्वारा मोदी सरकार के काम-काज के तरीके पर उनकी टिप्पणी के बतौर पढ़ा जा रहा है.

ये जो भक्त हैं, ये उन्हीं का वक़्त है

वे हत्या के पक्ष में दलीलें देने लगे. वे हत्यारों को बधाइयां देने लगे. उन्होंने गौरी लंकेश की हत्या को सिर्फ जायज़ नहीं ठहराया. वे हत्या के बाद ठंडी पड़ चुकी उस लाश को गालियां देने लगे. जैसे वे उस पर और गोलियां चलाना चाहते हों.

भाजपा नेता बोले, गौरी लंकेश आरएसएस के ख़िलाफ़ न लिखतीं तो ज़िंदा होतीं

भाजपा विधायक डीएन जीवराज ने कहा कि गौरी लंकेश जिस तरह लिखती थीं, वो बर्दाश्त के बाहर था. गौरी मेरी बहन जैसी हैं लेकिन जिस तरह उन्होंने लिखा, वो स्वीकार नहीं किया जा सकता.'

वो कौन लोग हैं जो एक निहत्थी महिला की हत्या का जश्न मना रहे हैं?

हमने बचपन से सुना था कि किसी की मौत के बारे में बुरा मत बोलो क्योंकि मरा आदमी अपनी सफाई नहीं दे सकता. पर ये लोग तो जैसे मरने का इंतज़ार कर रहे थे. ये कहां पले-बढ़े हैं, ये कहां से आते हैं?