वीडियो: लिंगायत को एक अलग धर्म या मत के रूप में पहचान देने की मांग का सिद्धारमैया सरकार ने समर्थन करते हुए इसकी सिफ़ारिश केंद्र सरकार से की है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, '2013 में जब संप्रग की सरकार केंद्र की सत्ता में थी तो उन्होंने लिंगायत और वीरशैवों को अल्पसंख्यक दर्जा देने वाला प्रस्ताव खारिज कर दिया था. उस वक्त सिद्दारमैया चुप क्यों थे? यह हिंदुओं को बांटने की कोशिश है.'
केंद्र की मंज़ूरी के बाद मिलेगा अलग दर्जा. भाजपा ने हिंदुओं को बांटने का आरोप लगाया, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता येदियुरप्पा ने किया समर्थन.