रक्षा क्षेत्र में काम करने वाली सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड के सामने आए वित्तीय संकट की मुख्य वजह इसके सबसे बड़े ख़रीददार भारतीय वायुसेना द्वारा तक़रीबन दस हज़ार करोड़ रुपये का बकाया न चुकाना है.
उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सरथ चंद ने समिति से कहा कि 2018-19 के बजट ने हमारी उम्मीदों को धराशायी कर दिया है. 21,338 करोड़ रुपये का आवंटन सेना के आधुनिकीकरण के लिए अपर्याप्त है.