हमें राजनीतिक आज़ादी मिल गई, लेकिन हम औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त नहीं हुए: गुलज़ार शायर और गीतकार गुलज़ार ने कहा कि हमें आज भी सांस्कृतिक आज़ादी नहीं मिल सकी है.06/08/2017