क्या प्रधानमंत्री मोदी गांधी के विचारों की हत्या कर रहे हैं?

गांधी के विचार उनकी मृत्यु के बाद भी संघ की कट्टरता की विचारधारा के आड़े आते रहे, इसलिए अपने पहले कार्यकाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी के सारे मूल्यों को ताक में रखकर उनके चश्मे को स्वच्छता अभियान का प्रतीक बनाकर उन्हें स्वच्छता तक सीमित करने का अभियान शुरू कर दिया था.

हम नाली, शौचालय साफ कराने के लिए सांसद नहीं बने हैं: प्रज्ञा ठाकुर

मध्य प्रदेश के सीहोर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि हम नाली साफ करवाने के लिए नहीं बने हैं. हम आपका शौचालय साफ करने के लिए बिल्कुल नहीं बनाए गए हैं. हम जिस काम के लिए बनाए गए हैं, वो काम हम ईमानदारी से करेंगे.

स्वच्छ भारत: शौचालयों के अपशिष्ट निस्तारण का इंतज़ाम न होने से भूजल दूषित होने का ख़तरा

रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 14.4 करोड़ घरेलू शौचालयों के 72 करोड़ लोगों के इस्तेमाल से प्रतिदिन औसतन एक लाख टन अपशिष्ट निकलता है. इसके उचित निस्तारण के इंतजाम नहीं होने पर अपशिष्ट से जमीन और भूजल के दूषित होने का खतरा है.

भाजपा ने सार्वजनिक विमर्श की गरिमा को गिराया है: कांग्रेस

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को बताया सीरियल एब्यूजर, कहा- प्रधानमंत्री अपशब्दों का प्रयोग करते हैं और उनके मंत्री ताली बजाते हैं. भाजपा बोली, मोदी विपक्षी हमलों के पीड़ित.

विवेकानंद ने कहा था- क्या खाएं, क्या नहीं खाएं, यह हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में वंदे मातरम कहने का सबसे पहला हक़ सफाई कार्य करने वालों को है.

मोदी की सभा में भीड़ जुटाने के लिए इस्तेमाल हुआ ‘स्वच्छता अभियान’ का पैसा

कांग्रेस का आरोप है कि अमरकंटक में आयोजित नर्मदा सेवा यात्रा के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने सरकारी ख़जाना लुटाकर प्रधानमंत्री की सभा के लिए बटोरी भीड़.