अप्रैल महीने से असम के कुछ ज़िलों में बड़ी संख्या में सुअरों के शव मिलने की बात सामने आई थी. पशु पालन और पशु चिकित्सा विभाग ने बताया है कि अफ्रीकी स्वाइन फ्लू के कारण अब तक राज्य के 14 ज़िलों में 18,000 सुअरों की जान जा चुकी है.
मूल रूप में सुअरों से होने वाले अफ्रीकी स्वाइन फ्लू से राज्य में फरवरी से अब तक 2,800 सुअरों की मौत हो चुकी है. देश में यह इस संक्रमण के फैलने का पहला मामला है. असम सरकार का दावा है कि चीन से निकला यह संक्रमण अरुणाचल प्रदेश के रास्ते राज्य में पहुंचा है.
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कोरोना वायरस को स्वाइन फ्लू से भी ख़तरनाक बताते हुए नियंत्रण उपायों को धीरे-धीरे हटाने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि हमारे वैश्विक जुड़ाव का मतलब यह बीमारी फिर से सिर उठा लेगी.
राजस्थान में स्वाइन फ्लू के सर्वाधिक 3,508 मामले सामने आए, जिसमें से 127 लोगों की मौत हो गई. इस मामले में गुजरात दूसरे नंबर पर है, जहां इस विषाणु से 1,983 लोग प्रभावित हुए जिनमें से 71 लोगों की मौत हो गई.
दिल्ली में स्वाइन फ्लू से कम से कम 14 मौतें हुई हैं, जिनमें सफदरजंग अस्पताल में तीन, राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 10 और एम्स में एक मौत हुई है. हालांकि, दिल्ली के ये आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डाटा में प्रदर्शित नहीं किए गए हैं.
राजस्थान में पिछले 13 महीनों में स्वाइन फ्लू की वजह से 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
जन गण मन की बात की 107वीं कड़ी में विनोद दुआ स्वाइन फ्लू से होने वाली मौतों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में होने जा रहे फेरबदल पर चर्चा कर रहे हैं.
स्वाइन फ्लू से पिछले साल के मुक़ाबले चार गुना मौतें, महाराष्ट्र और गुजरात टॉप पर, दिल्ली में हुईं 47 मौतें लेकिन सरकार फ़िलहाल सिर्फ़ पांच मौतें बता रही है.
स्वाइन फ्लू से गुजरात में शुक्रवार को ही 10 लोगों की मौत हुई, दिल्ली में अब तक 15 और यूपी में 35 लोगों की मौत हो चुकी है.