संचार के सारे साधनों को काटकर, उन्हें काबू में रखने के लिए सुरक्षा बलों के इस्तेमाल का मक़सद कश्मीरियों को यह याद दिलाना है कि उनका अपना कोई वजूद नहीं है- उनका अस्तित्व सत्ता के हाथ में है, वो सत्ता जिसका प्रतिनिधित्व वहां हर जगह मौजूद सेना कर रही है.
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, एक मजिस्ट्रेट ने बताया कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटने के बाद से कम से कम 4000 लोगों को गिरफ्तार कर पीएसए के तहत हिरासत में रखा गया है.
मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल को जम्मू कश्मीर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के कथित दुरुपयोग पर रिपोर्ट जारी करने के लिए प्रशासन द्वारा श्रीनगर में प्रेस वार्ता की अनुमति नहीं दी गई. संगठन ने राज्य में 42 साल से लागू इस क़ानून को ख़त्म करने की मांग की है.
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा को सोमवार शाम विदर्भ के किसानों के प्रति राज्य सरकार की बेरुख़ी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करते वक़्त हिरासत में लिया गया था.
पत्रकारों के मुताबिक, उन्हें ख़बर मिली थी कि राजस्थान में बजरंग दल बच्चों व युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा है. इसी को रिपोर्ट करने के लिए वे दिल्ली से राजस्थान गए थे.