ईरान और 2015 के परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले यूरोपीय देशों के बीच वार्ता में जून से गतिरोध है. ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है. 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एकतरफ़ा तरीके से इस समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की थी, जिससे पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया था.