प्रवर्तन निदेशालय ने केडी सिंह के ख़िलाफ़ क़रीब 1900 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के दो मामलों की जांच कर रही है. एजेंसी ने आरोप लगाया है कि उनकी कंपनी ने एक अवैध सामूहिक निवेश योजना शुरू की थी और 2015 तक करीब 1916 करोड़ रुपये लोगों से जमा करा लिए थे.