असम मंत्रिमंडल ने मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय के लोगों को अल्पसंख्यक प्रमाण-पत्र जारी करने का फैसला किया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत ने कहा कि हमारे पास अल्पसंख्यकों के लिए कई योजनाएं हैं, अल्पसंख्यकों के लिए एक अलग विभाग है. लेकिन अल्पसंख्यक कौन हैं? कोई पहचान नहीं है. उनकी पहचान करने की ज़रूरत है, ताकि ऐसी योजनाएं उन तक पहुंच सकें.
असम के भाजपा विधायक शिलादित्य देव पर आरोप है कि राम मंदिर के शिलान्यास के दिन सोनितपुर ज़िले में हुए सांप्रदायिक संघर्ष पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कवि और उपन्यासकार सैयद अब्दुल मलिक को ‘बुद्धिजीवी जेहादी’ कहा था.